केन्द्र सरकार पर राहुल गांधी का तंज, कहा- अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर फिर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर बिना पीएम मोदी का नाम लिए कहा है कि...
एक तरफ किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है, तो दूसरी ओर राहुल गांधी ने भी केन्द्र सराकर पर हमले तेज कर दिये है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर फिर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर बिना पीएम मोदी का नाम लिए कहा है कि ‘अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए.’
राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा है कि ‘’अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं, और ‘झूठ’ टीवी पर भाषण! किसान की मेहनत का हम सब पर क़र्ज़ है. ये क़र्ज़ उन्हें न्याय और हक़ देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियां मारकर और आंसू गैस चलाकर. जागिए.’’ अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए.
अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं,
और
‘झूठ’ टीवी पर भाषण!किसान की मेहनत का हम सब पर क़र्ज़ है।
ये क़र्ज़ उन्हें न्याय और हक़ देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियाँ मारकर और आंसू गैस चलाकर।
जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 1, 2020
बता दें, नए कृषि कानूनों (News Agriculture Law 2020) के खिलाफ बीते पांच दिनों से किसान दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में धरना दे रहे हैं. कड़कड़ाती ठंढ़ में भी किसान आंदोलन के लिए जमे हुए हैं. हालांकि किसानों के आंदोनक को देखते हुए केंद्र सरकार उनसे बातचीत करने की कोशिश कर रही है, इसी सिलसिले में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है. आज दोपहर तीन बजे विज्ञान भवन में सरकार और किसानों के बीच बातचीत भी होनी तय हुई है.
130 खाप पंचायत भी उतरी विरोध में : किसानों के प्रदर्शन में हरियाणा की 130 खाप पंचायत भी आज शामिल हो रही है. इसकी घोषणा मंगलवार को ही खाप पंचायतों की ओर से कर दी गई थी. खाप पंचायतों के प्रवक्ता जगबीर मलिक ने कहा कि वे लोग किसानों के प्रदर्शन का हिस्सा शुरू से ही हैं, अब सभी खाप पंचायतों ने सहमति से यह निर्णय किया है कि वे किसानों के प्रदर्शन में शामिल भी होंगे.
Also Read: चीन और पाकिस्तान सीमा पर भारत करेगा रिसर्च, डीआरडीओ ने दो प्रयोगशालोओं को मिलाकर बनाया नया लैब
केंद्र सरकार को किसानों की चेतावनी : इधर, केंद्र सरकार किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि वह जबतक उनकी बात नहीं सुना जाता तबतक आंदोलन जारी रहेगा. किसानों ने यह भी कहा है कि अगर सरकार इतना होने पर भी नहीं मानती तो आगे और कड़ा कदम उठाया जाएगा. वहीं, किसानों के आंदोलन को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से अलर्ट जारी किया है. जिसमें कहा गया है, सिंघु बॉर्डर दोनों ओर से फिलहाल बंद है.