केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों (Centres new farm laws) के खिलाफ हजारों किसानों का विराध प्रदर्शन लगातार 7वें दिन जारी रहा. आज दूसरे दौर की बातचीत है, जिसपर सबकी निगाहें हैं. दूसरी ओर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं. इसबीच किसान आंदोलन (Farmers Protest) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संकट मंडराने लगा है. कोरोना संकट के दौर में दिल्ली सीमा पर हजारों की संख्या में एक साथ किसान आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन उनमें अब कोरोना का भय सताने लगा है.
किसानों को कोरोना से मुक्त रखने के लिए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. हरियाणा के सोनीपत जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि प्रदर्शन कर रहे वैसे किसानों की सूची तैयार की जाए, जिनमें कोरोना के लक्ष्ण दिख रहे हों. जिन्हें तेज बुखार है. उन सभी की कोरोना जांच कराया जाए.
जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वो कोरोना की जांच जरूर कराएं और एक-दूसरे का ख्याल रखने का भी अनुरोध किया गया है. प्रशासन ने निर्देश दिया है कि जो भी किसान कोरोना संक्रमित होते हैं, तो उनके इलाज की पूरी व्यवस्था की जाए. धरना पर बैठे हजारों किसानों के स्वास्थ्य की नियमित रूप से जांच का आदेश दिया गया है.
महिला किसानों की सुरक्षा को लेकर टीम गठित
किसान आंदोलन में बड़ी संख्या में महिला किसान भी उतर चुकी हैं. वैसे में उनकी सुरक्षा बड़ी चुनौती बन गयी है. प्रशासन ने महिला किसानों की सुरक्षा के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की एक टीम गठित की है.
गौरतलब है कि आंदोलन कर रहे किसानों ने बुधवार को मांग की कि केंद्र नये कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए संसद का विशेष सत्र आहूत करे और अगर मांगें नहीं मानी गयीं तो राष्ट्रीय राजधानी की और सड़कों को अवरुद्ध किया जाएगा.
इस बीच आज पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह नये कृषि कानूनों पर किसान प्रतिनिधियों के साथ केंद्र के साथ वार्ता से पहले बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे.
Posted By – Arbind Kumar Mishra