Farmers Protest : कृषि बिल के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का आज 14वां दिना है, लेकिन अबतक सरकार और किसानों के बीच बात बन नहीं पायी है. अब से कुछ देर पहले किसानों को सिंघु बॉर्डर पर सरकार द्वारा लिखित प्रस्ताव मिला है. प्रस्ताव मिलने के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता मनजीत सिंह ने कहा कि हम सरकार द्वारा भेजे गये प्रस्ताव पर विचार-विमर्श करेंगे.
वहीं किसान संघर्ष कमेटी के नेता कंवलप्रीत सिंह ने कहा कि हम यह चाहते हैं कि सरकार तीनों कृषि बिल को रद्द करे. अगर सरकार के प्रस्ताव में केवल संशोधन की बात होगी तो हम उसे अस्वीकार कर देंगे. जानकारी के अनुसार सरकार का लिखित प्रस्ताव मिलने के बाद सिंघु बॉर्डर पर किसानों की बैठक शुरू हो गयी है. सरकार के प्रस्ताव में क्या है इसकी अभी जानकारी नहीं मिल पायी है. हालांकि प्रस्ताव विस्तार में दिया गया है जिसमें पृष्ठभूमि और भूमिका का उल्लेख भी है.
All three farm laws should be repealed. This is our demand.
If the proposal talks of only amendments then we will reject it: Kanwalpreet Singh Pannu, Kisan Sangharsh Committee, Punjab at Singhu border pic.twitter.com/3cSEDTfElK— ANI (@ANI) December 9, 2020
गौरतलब कि कल रात किसान नेताओं की गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात हुई थी, लेकिन बात बन नहीं पायी. सरकार कृषि बिल को वापस लेने के मूड में नहीं दिखी. इस बातचीत का कोई फायदा नहीं हुआ, जिसके बाद सरकार और किसानों के बीच छठे दौर की आज होने वाली बातचीत को भी रद्द कर दिया गया.
इसके बाद यह जानकारी मिली की कि सरकार किसानों को आज एक लिखित प्रस्ताव भेजेगी जिसपर विचार करके किसान अपना आंदोलन समाप्त कर सकते हैं, लेकिन प्रस्ताव मिलने के बाद भी किसानों का रुख नरम नजर नहीं आया. उन्होंने कहा कि उन्हें बिल रद्द करने से कम कुछ भी मंजूर नहीं है.
किसानों की बैठक के बाद ही यह पता चल पायेगा कि पिछले 14 दिनों से चल रहे आंदोलन का भविष्य क्या होगा. इधर खबर है कि दिल्ली के सिंघू, टिकरी, गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है, जिससे यातायात बाधित है और लोगों को परेशानी हो रही है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किसान आंदोलन के बारे में आज कहा कि इसपर बातचीत जारी है और जल्दी ही कोई समाधान निकलेगा.
Posted By : Rajneesh Anand