Farmers Protest : राजधानी दिल्ली के विभन्न बॉडरों पर जबर्दस्त सर्दी और बारिश में भी मोदी सरकार द्वारा बनाये गये तीन नये कृषि कानूनों (Farm Law) के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन अभी भी जारी है. किसान आंदोलन का आज 42वां दिन है. सरकार और किसान संगठनों के बीच सात दौरों की बात-चीत के बाद भी अब तक कोई हल नहीं निकला है. वहीं किसान अब आंदोलन को और भी तेज करते जा रहा हैं.
प्रदर्शनकारी किसान संघों ने बुधवार को प्रस्तावित अपने ट्रैक्टर मार्च को खराब मौसम के पूर्वानुमान के चलते टाल दिया है. अब यह मार्च गुरुवार को निकलेगा. उन्होंने आनेवाले दिनों में अपने आंदोलन को और तेज करने की बात कही है. सिंघू सीमा पर किसान नेताओं ने कहा कि हजारों किसान गुरुवार को सभी प्रदर्शन स्थलों से कुंडली-मानेसर-पलवल के लिए ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. किसान नेता जोगिंदर नैन ने 26 जनवरी को दिल्ली के लिए प्रस्तावित एक और ट्रैक्टर मार्च के बारे में कहा कि हम हरियाणा के हर गांव से 10 ट्रैक्टर ट्रॉलियां भेजेंगे.
वहीं मंगलवार को किसान नेता स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि देश के कोने-कोने में प्रदर्शन शुरू हो चुके हैं, इनको गहरा किया जाएगा ताकि इस झूठ का पर्दाफाश किया जा सके कि ये आंदोलन सिर्फ पंजाब, हरियाणा का है. 7 जनवरी को सुबह 11 बजे एक्सप्रेसवे पर किसान चार तरफ से ट्रैक्टर मार्च करेंगे. कुंडली बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाज़ीपुर बॉर्डर से पल्लवल की तरफ, रेवासन से पल्लवल की तरफ ट्रैक्टर मार्च होगा.