फिर किसानों का दिल्ली मार्च, संसद का करेंगे घेराव, नोएडा और ग्रेटर नेएडा में धारा 144 लागू
स्थानीय विकास प्राधिकरणों की ओर से अधिग्रहीत अपनी भूमि के बदले अधिक मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग को लेकर किसान प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं. आज किसान महापंचायत करेंगे, जबकि गुरुवार यानी कल दिल्ली मार्च का कार्यक्रम प्रस्तावित है. किसान संसद घेरने की तैयारी में हैं.
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसानों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने धारा 144 के तहत 7 और 8 फरवरी को प्रतिबंध लागू किया है. इसके अलावा पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी किया है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसानों का समूह दिसंबर 2023 से स्थानीय विकास प्राधिकरणों की ओर से अधिग्रहीत अपनी भूमि के बदले अधिक मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी किसान समूहों ने अपनी मांगों पर दबाव बनाने के लिए बुधवार को किसान महापंचायत और गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में संसद तक मार्च का आह्वान किया है. वहीं, ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने जनता को दादरी, तिलपता, सूरजपुर, सिरसा, रामपुर-फतेहपुर और ग्रेटर नोएडा की विभिन्न सड़कों पर रूट डायवर्ट की सूचना दे दी है.
दिल्ली में किसानों का संसद मार्च
अधिक मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग को लेकर किसान जोरदार प्रदर्शन करने के मूड में हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अपनी मांग को लेकर सरकार और प्रशासन पर दबाव बढ़ाने के लिए किसान आज यानी 7 फरवरी को महापंचायत करेंगे. इसके बाद कल यानी 8 फरवरी को राजधानी दिल्ली में संसद तक विरोध मार्च निकालने का ऐलान किया है.
जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे किसान
इसके अलावा किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि वो अपनी मांगों के समर्थन में 13 फरवरी को दिल्ली के लिए रवाना होंगे और जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे जिसकी तैयारियां तेज कर दी गयी है.भारतीय किसान नौजवान यूनियन ने बीते मंगलवार को सोनीपत के खरखौदा में ट्रैक्टर मार्च निकाला और कहा कि 13 फरवरी तक अगर किसानों की मांगे नहीं मानी गयी तो वे दिल्ली रवाना होंगे. किसान संगठनों ने कहा है कि किसान आंदोलन के दौरान सरकार की तरफ से मानी गई मांगों को आज तक पूरी नहीं किया गया है, और इन मांगों को पूरा करवाने के लिए किसान संगठन दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे हैं.
सरकार को चेतावनी
किसान संगठन का कहना है कि किसान 13 फरवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने के लिये पूरी तरह तैयार हैं. उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सरकार ने 13 फरवरी तक उनकी मांगें पूरी नहीं की तो वह हर हालात में दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे. किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी है कि सरकार लाठीचार्ज एवं गोली से किसानों की आवाज दबाने की कोशिश ना करे.
क्या है किसानों की मांग
दरअसल नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसानों का समूह दिसंबर 2023 से स्थानीय विकास प्राधिकरणों की ओर से अधिग्रहीत अपनी जमीन के बदले बढ़े हुए मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग कर रहा है. लेकिन, अभी तक किसानों की मांग पूरी नहीं हुई है. अब अपनी मांग को लेकर किसान विरोध प्रदर्शन करने पर उतारू हैं. अपनी मांगों को लेकर किसान समूह आज ‘किसान महापंचायत’ और गुरुवार को दिल्ली मार्च का आह्वान किया है. भाषा इनपुट से साभार