दिल्ली के बॉर्डरों पर लगातार 25 दिनों से हजारों किसान अपनी मांगों को लेकर जमे हुए हैं. इस बीच गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर ऐसा संकेत दिया है, जिससे यह कयास लगाया जाने लगा है कि बहुत जल्द प्रदर्शनकारी किसानों को मना लिया जाएगा.
दरअसल अपने दो दिवसीय बंगाल दौरे के आखिरी दिन गृह मंत्री अमित शाह ने एक साक्षात्कार में कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर (Agriculture Minister Narendra Tomar) किसानों से मिल सकते हैं. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के एक-दो दिन में मुलाकात करने की संभावना है.
शाह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं समय के बारे में पूरी तरह से अवगत नहीं हूं, लेकिन किसानों के प्रतिनिधियों से उनकी मांगों पर चर्चा के लिए तोमर के कल (सोमवार) या परसों (मंगलवार) मुलाकात करने की संभावना है.
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दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि जब तक बिल वापिस नहीं होगा, MSP पर कानून नहीं बनेगा तब तक किसान यहां से नहीं जाएंगे. उन्होंने 23 दिसंबर किसान दिवस के मौके पर एक समय भोजन ग्रहण न करने की अपील की है. उन्होंने लोगों से कहा है कि किसान आंदोलन को याद करें.
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इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन के नेता जगजीत सिंह दलेवाला ने लोगों से अपील की है कि 27 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी जब मन की बात कार्यक्रम करेंगे, तो सभी अपने घरों में थाली बजाएं.
उल्लेखनीय है कि गतिरोध दूर करने के लिए केंद्र और आंदोलनरत किसानों के प्रतिनिधियों बीच कई दौर की वार्ता नाकाम रही है. हजारों की संख्या में किसान दिल्ली से लगी हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर करीब चार हफ्ते से डेरा डाले हुए हैं. वे केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
posted by – arbind kumar mishra