नयी दिल्ली : पश्चिम उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई हिस्सों में किसान कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं. अब भारतीय किसान यूनियन और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने 25 सितंबर को भारत बंद का ऐलान कर दिया है.
इस बिल को वापस लेने की मांग हो रही है. कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. हरियाणा के पानीपत में दिल्ली कूच कर रहे किसानों को रोकने की कोशिश की गयी. हरियाणा पुलिस ने इन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार भी किसानों पर की गयी. विरोध प्रदर्शन में उग्र हुए कई किसानों को हिरासत में भी ले लिया गया.
इस बिल का विरोध कर रहे किसानों ने इस वारंट को डेथ वारंट करार दिया. किसानों ने कहा, किसी भी कीमत को हम इस कानून को लागू नहीं होने देंगे. जिस तरह किसान पहले अपनी फसल बेचता था, खेती करता था उससे खुश है. किसानों ने आरोप लगाया कि इस नयी बिल के माध्यम से उनकी जमीनों पर बड़े कारोबारियों को कब्जा हो जायेगा. वह अपने कारोबार के आधार पर खेती करेंगे मुनाफा का कुछ हिस्सा ही जमीन के मालिक औऱ किसानों को मिलेगा. किसानों का आरोप है कि सरकार इस बिल के माध्यम से बड़े उद्योगपतियों की मदद कर रही है.
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा, हमें डर है कि अभी हम जितना कमा रहे हैं उतना भी नहीं कमा पायेंगे. बड़े उद्योगपति हमसे कम कीमत पर फसल खरीदेगे और बड़े बाजार में बेचेंगे. भारतीय किसान यूनियन और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने 25 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया है.
प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, इस बिल का विरोध देशभर में हो रहा है किसान एकजुट हैं. देशभर के किसान 25 सितंबर को कृषि सुधार विधेयक 2020 के विरोध में धरना प्रदर्शन और चक्का जाम करेंगे. यूपी के किसान अपने-अपने गांव, कस्बे और हाईवे का चक्का जाम करने का काम करेंगे.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak