प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में किसान आंदोलन और कृषि कानून पर बयान दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने आंदोलन पर सवाल उठाया और हिंसा और राष्ट्रीय संपत्ति पर हो रहे नुकसान पर सवाल उठाया. मोदी ने सदन में कहा, टोल प्लाजा पर कब्जा कैसा आंदोलन है ? इधर पीएम मोदी ने आंदोलन पर सवाल उठाया और ठीक उसके कुछ देर बाद किसानों ने एक बार फिर से टोल प्लाजा पर धावा बोलने का प्लान बना लिया.
दरअसल तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को तेज करते हुए प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों टोल प्लाजा पर धावा बोलने का प्लान कर लिया है. किसान नेताओं ने कहा, राजस्थान में 12 फरवरी से टोल संग्रह नहीं करने दिया जायेगा.
पीएम मोदी ने संसद में कहा था कि इस देश में टोल प्लाजा सभी सरकारी व्यवस्था है, उसे तोड़ना, उस पर कब्जा करना उस टोल प्लाजा को न चलने देना, यह तरीके क्या पवित्र आंदोलन करने को कलंकित करने का काम नहीं है. पीएम मोदी ने कहा, मैं किसान आंदोलन को पवित्र मानता हूं, लेकिन आंदोलनजीवी ने इसे अपवित्र कर दिया है.
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18 फरवरी को चार घंटे के लिए ‘रेल रोको’ अभियान
तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को तेज करते हुए प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों ने 18 फरवरी को चार घंटे के राष्ट्रव्यापी ‘रेल रोको’ अभियान की घोषणा की. इसके अलावा किसानों ने 2019 में पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों की याद में 14 फरवरी को एक मोमबत्ती मार्च निकालने का भी फैसला किया है. पूरे देश में 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक ‘रेल रोको’ अभियान चलाया जायेगा.
Posted By – Arbind kumar mishra