Farooq Abdullah: जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में रविवार को हुए एक आतंकवादी हमले में सात लोगों की जान चली गई. इस घटना के बाद, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान की तीखी आलोचना की. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कई गरीब श्रमिक रोजी-रोटी के लिए कश्मीर आते हैं, और इन निर्दोष लोगों को दरिंदों ने मार डाला. इसके साथ ही, उन्होंने एक डॉक्टर का भी जिक्र किया जो लोगों की सेवा करते थे, और उनकी भी हत्या की गई. उन्होंने सवाल उठाया कि इस तरह के कृत्यों से दरिंदों को क्या हासिल होगा? क्या इससे कश्मीर पाकिस्तान बनेगा?
फारूक ने यह भी कहा कि हम कई वर्षों से देख रहे हैं कि ऐसे तत्व यहां सक्रिय हैं, और हम प्रयास कर रहे हैं कि इस समस्या का समाधान हो सके. उन्होंने पाकिस्तान के नेताओं से अपील की कि अगर वे भारत के साथ दोस्ती चाहते हैं, तो इस तरह की हिंसा को बंद करें. उन्होंने स्पष्ट किया कि कश्मीर कभी पाकिस्तान नहीं बनेगा—यह नहीं होगा, नहीं होगा.
इसे भी पढ़ें: भारत के अबरपति की बेटी युगांडा जेल में बंद, जानिए क्यों?
जानें कब हुआ हमला?
जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में आतंकियों के कायराना हमले में सात लोगों की मौत हो गई है. इस हमले में एक स्थानीय डॉक्टर और टनल पर काम कर रहे छह कर्मचारी शामिल हैं. मरने वालों में से पांच लोग गैर-स्थानीय हैं, जिनमें दो अधिकारी और तीन श्रमिक शामिल हैं. इस मामले की जांच के लिए एनआईए की टीम भी गांदरबल पहुंचने वाली है. हमले में पांच श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SKIMS) में भेजा गया है. यह हमला गांदरबल जिले के सोनमर्ग में हुआ. हमले के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है.
अतंकियों की तलाश जारी है, जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया. जानकारी के अनुसार, छह लोगों की तो मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक व्यक्ति ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया. यह आतंकी हमला रात करीब 8:30 बजे हुआ, जब सभी कर्मचारी खाना खाने के लिए मेस में एकत्रित हुए थे.
भोजन करते समय हमला
चश्मदीदों के अनुसार, जब श्रमिक मेस में खाना खा रहे थे, तभी तीन आतंकियों ने वहां पहुंचकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, आतंकियों ने वारदात को अंजाम देकर वहां से फरार हो गए. इस फायरिंग में दो गाड़ियाँ भी जलकर खाक हो गईं.