नयी दिल्ली : देश इस समय कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहा है. यह महामारी देश के करीब सभी राज्यों में फैल चुका है. इस जंग में एक ओर कई लोग अपनी जान की परवाह किये बिना लोगों की मदद के लिए दिन-रात जुटे हैं. डॉक्टर, नर्स कोरोना संक्रमण की परवाह न करते हुए कोरोना मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं. वहीं दूसरी ओर इस महामारी को लेकर लोगों में भय भी बढ़ता जा रहा है. वैसे में देश से कई खबरें आ रहीं हैं, जो इस महामारी के खिलाफ जंग में परेशान कर देने वाली हैं.
कर्नाटक से एक ऐसी ही खबर आ रही है. न्यूज 18 की खबर के अनुसार मैसूर के चामराजनगर जिले में कुछ दिनों पहले 44 साल के व्यक्ति को हाथी ने मार डाला था. पुलिसकर्मी जब पोस्टर्माटम कर शव को सौंपने गये तो घरवालों ने शव को लेने से इनकार कर दिया और अंतिम संस्कार करने से भी मना कर दिया.
खबर है कि उसके बाद पुलिसकर्मियों ने उस व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया. बताया जा रहा है कि घरवालों ने शव को इसलिए लेने से इनकार कर दिया क्योंकि उनको भय सताने लगा कि शव के अंतिम संस्कार करने से वो कोरोना संक्रमित न हो जाएं.
मालूम हो देश के कई हिस्सों से खबरें आयीं थीं कि कोरोना मृतकों के अंतिम संस्कार को लेकर लोगों ने जमकर विरोध किया. हालांकि अब स्थिति में काफी हद तक सुधार आया है और लोग विरोध नहीं कर रहे हैं.
कर्नाटक में कोविड-19 के 36 नये मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 789 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार दोपहर की स्थिति रिपोर्ट में कहा, कल शाम से आज दोपहर तक संक्रमण के 36 नये मामले सामने आए हैं..आज की तारीख तक कोविड-19 के 789 मामलों की पुष्टि हुई है. इसमें 30 मरीजों की मौत और स्वस्थ हुए 379 लोग शामिल हैं.
इन 36 नये मामलों में 12 बेंगलुरु शहरी, सात उत्तर कन्नड़ के भटकल, दावणगेरे से पांच, दक्षिण कन्नड़ के बंतावल, चित्रदुर्गा और बीदर से तीन-तीन मामले और तुमकुरु और विजयपुरा से सामने आया एक-एक मामला शामिल है. ज्यादातर संक्रमित पहले से संक्रमित पाए गए मरीजों के संपर्क में आए लोग हैं जबकि तीन हाल में अहमदाबाद गए थे, दो बेंगलुरु के निषिद्ध क्षेत्रों से हैं और एक व्यक्ति किसके संपर्क में आया, यह पता लगाया जा रहा है.