सेना पर वेब सीरीज और फिल्म का प्रसारण अब नहीं होगा आसान, रक्षा मंत्रालय से लेनी होगी NOC
भारतीय सेना पर बनने वाली वेब सीरीज और फिल्मों का प्रसारण अब आसान नहीं होगा. अब सेना पर बनने वाली फिल्मों और वेब सीरीज के प्रसारण के लिए रक्षा मंत्रालय से एनओसी लेना अनिवार्य होगा
भारतीय सेना पर बनने वाली वेब सीरीज और फिल्मों का प्रसारण अब आसान नहीं होगा. अब सेना पर बनने वाली फिल्मों और वेब सीरीज के प्रसारण के लिए रक्षा मंत्रालय से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) लेना अनिवार्य होगा. दरअसल, रक्षा मंत्रालय को भारतीय सेना के जवानों और सैन्य वर्दी के अपमानजनक तरीके से फिल्म और वेब सीरीज में पेश करने को लेकर काफी शिकायतें मिलीं है.
इन शिकायतों को रक्षा मंत्रालय ने काफी गंभीरता से लिया और औपचारिक रूप से केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ( सेंसर बोर्ड) और सूचना और प्रसारण मंत्रालय से कहा है कि भारतीय सेना पर बनाई गई फिल्म, डॉक्यूमेंट्री और वेब सीरीज के प्रसारण से पहले रक्षा मंत्रालय से एनओसी प्राप्त करना अनिवार्य कर दें. ऐसे में अब बिना एनओसी हासिल किये भारतीय सेना पर बनाई गई फिल्मों का प्रसारण नहीं होगा.
Ministry of Defence has written to Central Board of Film Certification, MeITY & Ministry of I&B to advise production houses to obtain No Objection Certification from MoD before the telecast of any film/documentary/web series on Army theme: Sources pic.twitter.com/9EZhlaXBID
— ANI (@ANI) July 31, 2020
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह कार्रवाई उन घटनाओं को रोकने के लिए किया जा रहा है, जो सेना और रक्षा बलों की छवि को बिगाड़ते हैं. रक्षा कर्मियों और देश के बलिदानी वीरों की भावनाओं को आहत करते हैं. इन फिल्मों और वेब सीरीज में कई बार ऐसी घटनाओं को दिखा दिया जा रहा है, जिसका वास्तविकता से कोई मतलब नही होता.
रक्षा मंत्रालय को जो शिकायत मिली है, उसमें कहा गया है कि एएलटी बालाजी पर प्रसारित वेब सीरीज कोड M और जी-5 की एक्सएक्सएक्स अनसेंसर्ड (सीज़न -2) जैसी सीरीज में सेना को लेकर कुछ ऐसे दृश्यों को फिल्माया गया है, जिसका वास्तविकता से कुछ लेना देना नहीं है.
इसके अलावा, सेना के जो सीन इन सीरीज में दिखाए गए हैं, वह सशस्त्र बलों की छवि भी खराब कर रहे हैं. इतना ही नहीं, एएलटी बालाजी के खिलाफ पूर्व सैनिकों के संगठनों ने भी एफआईआर दर्ज किया है. ये सीरीज निर्माता और ओटीटी मंच के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग कर रहे हैं.
Post by : Amlesh Nandan