Delhi news, covid centre delhi : जिस गुरुद्वारे शादी-बरात में भी बैंडबाजा-डीजे सौ मीटर दूर ही बजाने की अनुमति हो, उसके अंदर फिल्मी गीत बजे तो बड़ा विवाद खड़ा हो गया. विरोध करने वाले सिख गुटों ने तो अकाल तख्त साहिब तक गुहार लगा दी कि इस मामले कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि गुरवाणी से बड़ा हैप्पीनेस कौन सी चीज पैदा कर सकता है. दरअसल गुरुद्वारा रकाबगंज के कोविड सेंटर में मरीजों के लिए दिल्ली सिख प्रबंधक कमेटी ने हैप्पीनेस थेरेपी के तहत रंगीला कार्यक्रम आयोजित किया गया तो फिल्मी गीत भी बजे थे.
जागो पार्टी ने गुरुद्वारा कहा है कि गुरु तेग बहादुर साहिब के शहीदी स्थान गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में रंगीला कार्यक्रम के कारण सिख मर्यादा को चोट पहुंची है. गुरबाणी की अवज्ञा हुई है. पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने कहा कि अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को इस मामले में कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा गया है.
उन्होंने बताया कि गुरु तेग बहादुर साहिब के इस पावन शहीदी स्थान पर होने वाले शादी-ब्याह आदि के कार्यक्रमो में डीजे, ढोल व बैंड़ बजाने की सख्त मनाही है. बरातियों को ढ़ोल व बैंड़ बजाने की भी गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब से 100 मीटर पहले तक ही इजाजत है. पर सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सिरसा-कालका ने हैप्पीनेस थैरेपी के नाम पर रोमांटिक फिल्मी गीत बजाने की इजाजत देकर नासमझी ही जाहिर की है.
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने कहा है कि अच्छा हो इस कोविड सेंटर को बंदकर मरीजों को दूसरे अस्पताल में भर्ती करा दिया जाए. गुरबाणी में अपार शक्ति है. गुरबाणी को दरकिनार कर फिल्मी गीतों को बजाना ठीक नहीं है.
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य इंद्रमोहन सिंह ने कहा है कि दिल्ली सिख प्रबंधक कमेटी ने घोर पाप किया है. इससे प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा की पंथ विरोधी सोच सामने आ गई है. गुरुनानक का नाम लेने वाले संगत को ठेस पहुंची है.
Posted By : Amitabh Kumar