नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के तिनसुकिया जिले में गैस के कुएं में लगी आग की स्थिति की बृहस्पतिवार को समीक्षा की और भविष्य में ऐसी दुर्घटना न हो इसके लिए संस्थानों की क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया. समीक्षा बैठक के दौरान यह बताया गया कि आयल इंडिया लिमिटेड के बाघजान-पांच गैस के कुएं से हो रहे रिसाव को रोकने के लिए भारतीय और विदेशी विशेषज्ञों की सहायता से एक विस्तृत योजना बनाई गयी है.
एक आधिकारिक वक्तव्य में बताया गया कि योजना पर तय समय के अनुसार काम किया जा रहा है और यह प्रस्ताव दिया गया है कि सभी आवश्यक सुरक्षा एहतियात बरतने के बाद कुएं को सात जुलाई को बंद कर दिया जाएगा. समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री ने पेट्रोलियम और गैस मंत्रालय को निर्देश दिया कि ऐसी घटनाओं का प्रलेखन किया जाए ताकि भविष्य में इनसे सीखा जा सके.
वक्तव्य में मोदी ने कहा, “भविष्य में ऐसी आपदाओं को होने से रोकने और घटित होने पर उनसे निपटने के लिए हमारे अपने संगठनों में क्षमता और विशेषज्ञता विकसित की जानी चाहिए.” मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के माध्यम से प्रदेश की जनता को आश्वस्त किया कि गैस के कुएं में लगी आग और रिसाव के कारण प्रभावित हुए लोगों की सहायता के लिए केंद्र सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है. समीक्षा बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और अन्य मंत्रियों ने भाग लिया.
Post by : Amlesh Nandan