मुंबई : महाराष्ट्र में जीका वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया है. मालूम हो कि अब तक केरल से ही जीका वायरस संक्रमण का मामला सामने आ रहा था. पिछले सप्ताह केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा था कि केरल में दो और लोगों में जीका वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के हवाले से कहा है कि ”जीका वायरस का पहला मामला महाराष्ट्र में सामने आया है. पुणे जिले की पुरंदर तहसील में एक 50 वर्षीया महिला में वायरस का संक्रमण मिला है. मरीज की स्थिति ठीक है.”
The first case of Zika virus reported in Maharashtra. A 50-year-old woman patient was found in Purandar tehsil in Pune district. The patient is doing fine: Maharashtra Health Department
— ANI (@ANI) July 31, 2021
पुणे के पुरंदर जिले की निवासी 50 वर्षीया महिला को बेलसर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था. जांच में महिला में जीका वायरस संक्रमण की पुष्टि की गयी. हालांकि, महिला के स्वस्थ्य होने पर उसे अब घर भेज दिया गया है. बताया जाता है कि संदेह के आधार पर जांच के लिए पांच सैंपल भेजे गये थे, जिनमें से एक मामले में जीका पॉजिटिव की पुष्टि की गयी.
मालूम हो कि जीका वायरस एडिस मच्छर के काटने से होता है. इससे संक्रमित होने पर डेंगू के समान ही लक्षण पाये जाते हैं. जीका संक्रमितों को बुखार, चकत्ते और जोड़ों का दर्द होने लगता है. हालांकि, अधिकतर मामलों में कोई लक्षण भी नहीं मिलता है. विशेषज्ञों का कहना है कि जीका वायरस के संक्रमण से कुछ लोगों में लकवा की शिकायत भी आ सकती है.
जीका वायरस का संक्रमण उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है. एडिस मच्छर आमतौर पर सुबह और शाम के समय में ही काटते हैं. एडिस मच्छर के काटने से जीमा वायरस से संक्रमित होने पर लक्षण दो दिनों से लेकर एक सप्ताह तक रह सकता है. मालूम हो कि एडिस मच्छर के काटने से डेंगू, चिकनगुनिया और पीला बुखार भी होता है.
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