रेलवे दिल्ली में पांच ट्रेनों में तबलीगी जमात में भाग लेने वाले लोगों के साथ सफर शुरू करने वाले हजारों यात्रियों के बारे में जानकारी जुटा रहा है. गौरतलब है कि तबलीगी जमात के कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं. ये सभी ट्रेनें 13 से 19 मार्च के बीच दिल्ली से रवाना हुईं थीं. इनमें आंध्र प्रदेश को जाने वाली दुरंतो एक्सप्रेस, चेन्नई तक जाने वाली ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस, चेन्नई को ही जाने वाली तमिलनाडु एक्सप्रेस, नयी दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस और एपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस शामिल हैं.
हालांकि रेलवे के पास जमातियों के संपर्क में आए लोगों की वास्तविक संख्या नहीं हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि प्रत्येक ट्रेन में लगभग 1000-1200 यात्री और रेलवे कर्मचारी होते हैं, जिन सभी को खतरा हो सकता है. अधिकारियों ने कहा कि रेलवे जिला अधिकारियों को यात्रियों की सूचियां प्रदान कर रहा है जिनको जमात में शामिल लोगों की सूची से मिलाया जा रहा है ताकि उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा सके.
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि तब्लीगी जमात ने जो किया है वह तालिबानी अपराध के जैसा है. इस अपराध के लिए माफ नहीं किया जा सकता है. उन्होंने बहुत सारे लोगों को की जान खतरे में डाल दिया है. जो लोग सरकार के निर्देश को नहीं मानते उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जरूरत है. इधर गृह मंत्रालय ने आदेश दिया है कि जम्मू-कश्मीर अडप्टेशन लॉ को जम्मू-कश्मीर रीऑर्गाइजेशन लॉ के नाम से जाना जाएगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोविड-19 के मामलों की संख्या बुधवार को 1637 पहुंच गयी, वहीं इस महामारी से मौत का आंकड़ा 38 हो गया. मंत्रालय ने बताया कि 1466 कोरोना वायरस संक्रमितों का इलाज चल रहा है, वहीं 132 लोग या तो ठीक हो गये हैं या उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी है. एक रोगी दूसरे देश जा चुका है.
जलसे में आये उन विदेशी तबलीगियों को भारत सरकार काली सूची में डाल सकती है, जिन्होंने वीजा नियमों का उल्लंघन किया है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि लगभग 300 विदेशी टूरिस्ट वीजा पर आकर धर्म प्रचार गतिविधि में शामिल हुए. यह वीजा नियमों का उल्लंघन है. इनके भारत आने पर प्रतिबंध लग सकता है. उसने जनवरी से लेकर मार्च तक 2100 विदेशियों के तबलीग के लिए भारत आने के बात कही है.