Parliament New Building : सोमवार से संसद का विशेष सत्र शुरू होने वाला है. ऐसे में खबर सामने आ रही है कि इस सत्र की कार्यवाही आंशिक तौर पर नए संसद भवन में भी होगी. संसद का विशेष सत्र शुरू होने से एक दिन पहले नई संसद भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया. बता दें कि उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ रविवार को नये संसद भवन पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया.
लोकसभा सचिवालय के अनुसार, जगदीप धनखड़ नये संसद भवन के ‘गज द्वार’ के ऊपर झंडा फहराया. इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघावाल और वी. मुरलीधरन के अलावा राज्यसभा और लोकसभा में विभिन्न दलों के नेता उपस्थित रहे. वहीं, बात अगर विपक्षी गठबंधन की करें तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे नहीं पहुंचे. उन्होंने पत्र लिखकर यह बताया था कि वह इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहेंगे और उन्होंने देर से आमंत्रण मिलने पर निराश भी जताई है.
नए संसद भवन की कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं :
आकार : नया संसद भवन त्रिकोणीय आकार का है, जो भारत की विविधता और एकता को दर्शाता है.
क्षमता : नया संसद भवन 888 सांसदों को समायोजित कर सकता है, जो वर्तमान संसद भवन की क्षमता से 40% अधिक है.
सुविधाएं : नया संसद भवन में कई आधुनिक सुविधाएं हैं, जिनमें एक विशाल केंद्रीय सभागार, एक संग्रहालय, और एक पुस्तकालय शामिल हैं.
स्थान : नया संसद भवन भारत के केंद्रीय विस्टा पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में नई दिल्ली स्थित है.
कांग्रेस प्रमुख खरगे को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया था लेकिन वह इस समारोह में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें काफी देर से यह निमंत्रण मिला है. उन्होंने राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की है. कांग्रेस प्रमुख खरगे ने शनिवार को राज्यसभा महासचिव पी.सी. मोदी को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें समारोह का निमंत्रण 15 सितंबर को देर शाम को मिला. राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, ‘‘मैं यह पत्र इस निराशा के साथ लिख रहा हूं कि कल नये संसद भवन में ध्वजारोहण समारोह के लिए आपका आमंत्रण मुझे काफी देर यानी 15 सितंबर, 2023 की शाम को मिला है.’’
Also Read: आज लॉन्च होगा पीएम विश्वकर्मा योजना, लाभार्थियों को 15,000 रुपये के टूलकिट, जानें किसे मिलेगा लाभ?राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा के महासचिव प्रमोद चंद्र मोदी को पत्र लिखा।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2023
उन्होंने अपने पत्र में कहा, "नवगठित कांग्रेस कार्य समिति की बैठकें 16 और 17 सितंबर को हैदराबाद में निर्धारित की गई हैं और कल नए संसद भवन में ध्वजारोहण समारोह में शामिल होना संभव… pic.twitter.com/MGsLqsq5KC
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह 16 और 17 सितंबर को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में भाग लेने के लिए फिलहाल हैदराबाद में हैं और रविवार देर रात दिल्ली लौटेंगे. साथ ही उन्होंने कहा है कि रविवार सुबह होने वाले समारोह में शामिल होना मेरे लिए संभव नहीं होगा. नया संसद भवन का निर्माण 2020 में शुरू हुआ था और 2023 में पूरा हुआ. इसका डिज़ाइन त्रिकोणीय आकार का है, जो भारत की विविधता और एकता को दर्शाता है. भवन में कई आधुनिक सुविधाएं हैं, जिनमें एक विशाल केंद्रीय सभागार, एक संग्रहालय, और एक पुस्तकालय शामिल हैं.
नए संसद भवन के निर्माण को लेकर कुछ विवाद भी रहे हैं. विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि यह परियोजना महंगी और अनावश्यक है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि इस परियोजना को भाजपा सरकार द्वारा अपने राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. हालांकि, सरकार का कहना है कि यह परियोजना भारत की संसद की क्षमताओं को बढ़ाने और भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली को मजबूत करने के लिए आवश्यक है.