Flood in Bihar: बाढ़ में फंसे लोगों के मदद के लिए आगे आये विराट और अनुष्का, ऐसे करेंगे मदद
Flood in Bihar कोरोना महामारी के बीच देश के कई राज्य इस दोहरी मार झेल रहे हैं. बिहार, असम समेत देश के कई राज्यों मॉनसून जिस तरह संकट बनकर डटा है, वो अभी बड़ी तबाही की ओर इशारा कर रहा है.
पटना : कोरोना महामारी के बीच देश के कई राज्य इस दोहरी मार झेल रहे हैं. बिहार, असम समेत देश के कई राज्यों मॉनसून जिस तरह संकट बनकर डटा है, वो अभी बड़ी तबाही की ओर इशारा कर रहा है. असम एवं बिहार में आई बाढ़ के कारण लाखों से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और कई की अब तक मौत हो चुकी है. इस संकट की घड़ी में देश हर कोने से लोग एक दूसरे को मदद पहुंचा रहे हैं. इस कड़ी में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) भी आगे आये हैं.
दिग्गज क्रिकेटर विराट कोहली ने बिहार और असम में आयी बाढ़ में फंसे लोगों के मदद के लिए आगे आये हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि कोरोना महामारी के बीच बिहार और असम में लोग बाढ़ से भी जुझ रहे हैं. इस संकट की घड़ी से लोगों को निकालने के लिए मैं और अनुष्का प्रर्थना करते हैं और इसकी सहायता करने वाली संस्थाओं की हम मदद करेंगे.
बिहार में बाढ़ से 12 जिलों में 38 लाख लोग प्रभावित
बिहार में बाढ़ से 16 लोगों की मौत हुई है. वहीं, इस प्राकृतिक आपदा से 12 जिलों की करीब 38.47 लाख आबादी प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश में बाढ़ से दरभंगा जिले में सबसे अधिक सात लोगों तथा पश्चिम चंपारण में चार व्यक्ति की अब तक मौत हुई है. बिहार के 12 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया, सारण एवं समस्तीपुर जिले के 102 प्रखंडों के 901 पंचायतों की 38,47,531 आबादी बाढ से प्रभावित हुई है, जहां से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाये गये 3,09,511 लोगों में से 25,116 व्यक्ति 19 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं.
कई नदियां उफान पर
गंगा, गंडक, कोसी समेत अन्य नदियों के खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. इसको देखते हुए राज्य सरकार ने बाढ़ से बचाव के लिए कई उपाय किये हैं. बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए फरक्का बराज के सभी गेट खोल दिये गये हैं. साथ ही गंगा, कोसी, गंडक, कमला समेत अन्य नदियों के तटबंधों की निगरानी की जा रही है. गंगा का जल स्तर लगातार चौथे दिन भी बुधवार को कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर थी. कहलगांव में जल संसाधन विभाग की टीम गंगा के तटबंधों की मरम्मत में जुटी रही. इसके साथ ही नेपाल के इलाके में भद्रा में पश्चिमी कोसी तटबंध की मरम्मत की गयी. विभागीय सूत्रों ने बताया कि कमला और गंडक नदियों के तटबंधों की भी मरम्मत व निगरानी का काम चल रहा है. इधर, मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक महानंदा नदी, कोसी, गंडक, कमला बलान और बूढी गंडक के जलग्रहण क्षेत्र में भी बारिश की संभावना व्यक्त की है.
Posted By : Rajat Kumar