भोपाल : पांच दिन जयपुर में रहने के बाद कांग्रेस के 86 में से 85 विधायक रविवार को भोपाल लौट आये. एक विधायक दो दिन पहले ही भोपाल पहुंच गये थे. सभी विधायकों को अब होटल मैरियट में ठहराया गया है. राज्यपाल के आदेश पर कमलनाथ सरकार का फ्लोर टेस्ट सोमवार को होना है. हालांकि कोरोना को लेकर वैश्विक स्तर पर जारी एहतियात के मद्देनजर इस पर संशय बना हुआ है.
वहीं, मौजूदा सियासी घटनाक्रम पर बुलाये गये संवाददाता सम्मेलन में स्पीकर एनपी प्रजापति ने कहा कि इस बारे में सभी को कल ही पता चलेगा. त्रिपाठी ने विधानसभा सदस्यों के साथ जो हो रहा है, उस पर चिंता जतायी. कहा, यह स्थिति राज्य में लोकतंत्र पर सवाल उठाती है. मैं उन विधायकों का इंतजार कर रहा हूं, जिन्हें किसी-न-किसी माध्यम से मुझे इस्तीफे भेजे हैं.
उन्होंने सवाल किया कि ऐसे विधायक मुझसे सीधे संपर्क क्यों नहीं करते? इस बीच, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार की शाम अपने आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक की. बैठक में सोमवार को होने वाले बहुमत परीक्षण को लेकर रणनीति पर विचार किया. कहा जा रहा है कि सोमवार को विधायक मुख्यमंत्री निवास से सीधा विधानसभा पहुंचेंगे. वहीं, गुड़गांव के मानेसर में एक रिजॉर्ट में ठहरे भाजपा विधायकों को भोपाल लाया जाना है.
उधर, बेंगलुरु से सिंधिया समर्थक कांग्रेस विधायकों को भी सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले भोपाल लाये जाने की संभावना है. वहीं, रविवार को भाजपा नेताओं ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर मांग की कि विधानसभा में इलेक्ट्रानिक वोटिंग प्रणाली काम नहीं करने की स्थिति में शक्ति परीक्षण के दौरान मत विभाजन विधायकों का हाथ उठा कर कराने की व्यवस्था की जाए.
गुजरात में भी संकट : चार कांग्रेस विधायकों का इस्तीफा : अहमदाबाद. गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों पर 26 मार्च को होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस के चार विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपने इस्तीफे सौंप दिये. अध्यक्ष ने इन इस्तीफों को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने बताया कि वह सोमवार को विधानसभा में इन विधायकों के नामों की घोषणा करेंगे. इसके साथ 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 73 से घट कर 69 हो गयी है. कांग्रेस ने राज्यसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा खरीद-फरोख्त की आशंका के चलते अपने 14 विधायकों को शनिवार को जयपुर भेज दिया था. चुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने दो-दो उम्मीदवार उतारे हैं.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मप्र के राज्यपाल से मुलाकात की – भोपाल : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार देर रात राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की. राजभवन से देर रात करीब 12 बज कर 20 मिनट पर बाहर आते हुए कमलनाथ ने संवाददाताओं से कहा कि राज्यपाल ने उन्हें चर्चा के लिए बुलाया था. उन्होंने कहा, ‘‘राज्यपाल ने मुझसे कहा कि विधानसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से संचालित की जाए.
इसलिए मैंने उनसे कहा कि मैं सोमवार सुबह इस बारे में स्पीकर से बात करूंगा.” राज्यपाल के निर्देशानुसार सदन में शक्ति परीक्षण सोमवार को कराये जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में स्पीकर कोई फैसला लेंगे. उन्होंने बताया कि वह पहले ही राज्यपाल को लिखित में दे चुके हैं कि उनकी सरकार सदन में शक्ति परीक्षण के लिए तैयार है.
लेकिन ‘बंधक’ बनाये गये विधायकों को पहले छोड़ा जाना चाहिए. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि उसके 22 विधायकों को भाजपा ने बंधक बना कर रखा है. इन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. स्पीकर एन पी प्रजापति ने इनमें से छह विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.