भारत मंडपम में बिहारी और झारखंडी कला-संस्कृति से रू-ब-रू होंगे विदेशी मेहमान, क्राफ्ट मार्केट की तस्वीरें
जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन केंद्र 'भारत मंडपम' में सभी राज्यों की कला प्रदर्शनी लगायी गयी है. इस प्रदर्शनी में राज्यों के प्रमुख उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है और यह प्रदर्शनी विदेशी मेहमानों के लिए मिनी बाजार में तब्दील हो गया है.
यहां मिलने वाली हर चीज अपने आप में भारतीय संस्कृति और कला को प्रदर्शित कर रही है. क्राफ्ट मार्केट में बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों की हस्त कला का प्रदर्शन किया गया है.
भारत मंडपम में बिहारी संस्कृति से विदेशी मेहमानों को रू-ब-रू कराने के लिए बिहार सरकार और उद्योग विभाग द्वारा क्रॉफ्ट बाजार में बिहार के हस्तशिल्प को प्रदर्शित किया गया है.
इसमें मधुबनी पेंटिंग्स, भागलपुरी सिल्क, टिकुली, मंजुषा और सिक्की आर्ट्स के उत्पादों को यहां पर मेहमानों के लिए प्रदर्शित किया गया है.
बिहार की इन कलाओं को आधुनिक परिधान में आधुनिक तरीकों से सजाया गया है, ताकि अधिक से अधिक लोग बिहारी कला को समझ सके और बिहार की कला संस्कृति विदेशों में भी प्रसिद्ध हो सके.
इस बाबत बिहार के दिल्ली में रेजीडेंट कमिश्नर कुंदन कुमार ने कहा कि बिहार का एक गौरवशाली अतीत रहा है और इस स्टॉल के माध्यम से हमने मेहमानों के लिए बिहार के समृद्ध कला और संस्कृति को प्रस्तुत किया गया है.
उम्मीद है कि इस पहल से मेहमान बिहार की संस्कृति से रू-ब-रू हो सकेंगे और राज्य की कला और संस्कृति विदेशों में आकर्षण का केंद्र बन पायेगी.
भारत मंडपम में क्रॉफ्ट्स बाजार हॉल नंबर 3 में बनाया गया है. इसका फोकस देश की संस्कृति को दर्शाते हुए हर राज्य के खास उत्पादों का मेहमानों के आगे प्रदर्शन करना है.
क्रॉफ्ट बाजार में एक से बढ़कर एक साड़ी, कुर्ते, बैग्स, मूर्तियां व हैंडमेड आइटम्स विभिन्न राज्यों के द्वारा प्रदर्शित किए गए हैं.
भारत मंडपम का यह एग्जीबिशन हर राज्य की संस्कृति और कलाकृति का बेहतर नमूना पेश कर रहा है. ऐसा लग रहा है मानो सारा देश भारत मंडपम में समा गया है और दुनिया को भारत की विविधता में एकता की मिसाल पेश कर रहा है.