S. Jaishankar On Pakistan: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरूवार को पाकिस्तान का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि कोई भी देश अपनी समस्याओं से बाहर नहीं निकल सकता और समृद्ध नहीं हो सकता अगर उसका ”बुनियादी उद्योग” आतंकवाद है. यह पूछे जाने पर कि क्या भारत मुसीबतों का सामना कर रहे अपने पड़ोसी देश की मदद करेगा, जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद भारत-पाकिस्तान संबंधों का मूलभूत मुद्दा है, जिससे कोई बच नहीं सकता है और “हम मूलभूत समस्याओं से इनकार नहीं कर सकते हैं.”
‘कोई बड़ा फैसला लेना है, तो मैं यह भी देखूंगा कि जनता की भावना क्या है’
विदेश मंत्रालय द्वारा यहां आयोजित एशिया आर्थिक संवाद में उन्होंने कहा, “कोई भी देश कभी भी मुश्किल स्थिति से बाहर नहीं निकल सकता और एक समृद्ध शक्ति नहीं बन सकता, अगर उसका मूल उद्योग आतंकवाद है.” उन्होंने आगे कहा, “…अगर मुझे कोई बड़ा फैसला लेना है, तो मैं यह भी देखूंगा कि जनता की भावना क्या है. मैं सबसे पहले नब्ज टटोलूंगा कि मेरे लोग इसके बारे में क्या महसूस करते हैं. और मुझे लगता है कि आपको इसका जवाब पता है.”
‘चीन के साथ हमारे संबंधों से सामने आई आर्थिक चुनौतियां वास्तव में बहुत गंभीर’
साथ ही चीन पर बात करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चीन के साथ हमारे संबंधों से सामने आई आर्थिक चुनौतियां वास्तव में बहुत गंभीर हैं. आगे उन्होंने कहा कि चीन के साथ व्यापार असंतुलन की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की ही नहीं, व्यवसायियों की भी समान जिम्मेदारी है. चीन के साथ व्यापार असंतुलन पर जयशंकर ने कहा कि भारतीय कॉरपोरेट क्षेत्र ऐसी ‘‘सोर्सिंग’’ व्यवस्था नहीं विकसित कर सका है जिनसे हमें मदद मिलती है.