भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान के पूर्व अध्यक्ष व नयी शिक्षा नीति मसौदा समिति के प्रमुख के. कस्तूरीरंगन को श्रीलंका में दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए बेंगलुरू लाया गया जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
कस्तूरीरंगन (83) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति और कर्नाटक ज्ञान आयोग के अध्यक्ष रह चुके हैं. वह 2003 से 2009 तक राज्यसभा सदस्य और भंग हो चुके भारत के योजना आयोग के सदस्य भी रहे हैं. वह 2004 से 2008 के बीच (तत्कालीन) बंगलौर में राष्ट्रीय आधुनिक शिक्षा संस्थान के निदेशक भी रहे हैं.
83 वर्षीय कस्तूरीरंगन की देख-रेख डॉक्टर देवी शेट्टी कर रहे हैं. डॉक्टर शेट्टी नारायणा हृदयालय हॉस्पिटल में नारायणा हेल्थ के फाउंडर हैं. सूत्रों के मुताबिक कस्तूरीरंगन की हालत स्थित बनी हुई है. उनकी तबियत के बारे में जानकारी बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने ट्वीट किया है. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि यह जानकार दुख हुआ कि भारतीय वैज्ञानिक कस्तूरीरंगन को श्रीलंका में दिल का दौरा पड़ा है. मैं उनके तेजी ठीक होने और स्वस्थ जीवन की प्रार्थना करता हूं.
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