पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह का कांग्रेस से इस्तीफा, नयी पार्टी ‘पंजाब लोक कांग्रेस’ बनायी
Captain Amarinder Singh Resigns from Congress: कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि आपने पाकिस्तान से हमदर्दी रखने वाले नवजोत सिंह सिद्धू के हाथों में पंजाब कांग्रेस की कमान दे दी.
चंडीगढ़: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh Resigns) ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस (Congress) की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को चिट्ठी लिखकर उन्होंने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया है. कैप्टन ने अपनी नयी पार्टी का भी ऐलान कर दिया. उन्होंने पंजाब लोक कांग्रेस के नाम से अपनी नयी पार्टी बना ली है.
सोनिया गांधी को लिखी 7 पन्ने की चिट्ठी में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि मेरे मना करने के बावजूद आपने एक ऐसे शख्स को पंजाब प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया, जिसने खुलेआम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख को गले लगाया.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि आपने पाकिस्तान से हमदर्दी रखने वाले नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के हाथों में पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) की कमान दे दी. मैंने और प्रदेश के सभी सांसदों ने इसका विरोध किया था, लेकिन आपने उसको अनसुना कर दिया. पंजाब का मंत्री होते हुए नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान गया और वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल बाजवा के साथ गले मिला.
Former Punjab CM Captain Amarinder Singh resigns from Congress party in a letter to Sonia Gandhi pic.twitter.com/CndmJTeEJq
— ANI (@ANI) November 2, 2021
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी चिट्ठी में अपने साथ हुए व्यवहार का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा है कि वर्ष 2017 में पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के बाद लोकसभा चुनाव में 13 में से 8 लोकसभा की सीटें कांग्रेस की झोली में डाली. पार्टी के प्रति लगातार वफादार बने रहे, लेकिन बाद में उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पत्र में सोनिया गांधी को याद दिलाया है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 80 के दशक में खालिस्तान समर्थकों से बातचीत की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी थी. कैप्टन ने यह भी याद दिलाया है कि कैसे उन्होंने अबोहर और फजिल्का को हरियाणा के हवाले किये जाने से रोकने के लिए आंदोलन चलाया था.
इतना ही नहीं, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह भी याद दिलाया है कि जब 1988 में ‘ऑपरेशन ब्लैक ठंड’ चलाया गया था, उस वक्त वह सुरजीत सिंह बरनाला की सरकार में कृषि मंत्री थे. उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. कैप्टन ने कहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस में इतनी अहमियत देने के लिए पार्टी को पछताना पड़ेगा.
Posted By: Mithilesh Jha