दक्षिण कोरिया के पूर्व सैन्य तानाशाह चुन डू-ह्वान का निधन सियोल में 23 नवंबर यानी आज हो गया है. तानाशाह चुन डू-ह्वान 90 साल के थे. बता दें उन्होंने दक्षिण कोरिया में 1979 के तख्तापलट के बाद सत्ता संभाली थी. सत्ता में रहते गलत कामों के लिए उन्हें जेल जाना पड़ा था. पद में रहते हुए उन्होंने लोकतंत्र के समर्थकों को बेरहमी से कुचला था. आपात सेवाओं से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि चुन का निधन उनके घर पर ही हुआ. पुलिस ने बताया कि चुन को दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद आपात अधिकारी उनके सियोल स्थित घर पर पहुंचे.
जनता के दबाव में दी थी चुनाव की अनुमति
चुन के 1980 के दशक के शासन के दौरान सैकड़ों लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारी मारे गए थे और हज़ारों को जेल में डाल दिया गया था, लेकिन सालों तक तानाशाही शासन के बाद उन्होंने कुछ उदारीकरण की अनुमति दी थी. जनता के दबाव में, उन्होंने देश के इतिहास में पहले प्रत्यक्ष और स्वतंत्र चुनाव की अनुमति दी थी.
चुन को 1988 में पद छोड़ने के बाद भारी आलोचना का सामना करना पड़ा था. अपनी गिरफ्तारी से पहले उन्होंने एक बौद्ध मंदिर में दो साल तक शरण ली थी. बता दें कि उन पर भ्रष्टाचार, विद्रोह और राजद्रोह का मुकदमा चलाया गया था. साथ ही उन्हें दोषी ठहराए जाने पर मौत की सजा सुनाई गई थी. हालांकि 1997 में राष्ट्रीय सुलह की कोशिश में उनकी मौत की सजा माफ कर दी गई थी.
बता दें कि तानाशाह चुन सेना में मेजर जनरल थे और साल 1979 के दिसंबर में कुछ सैन्य साथियों के साथ सत्ता पर कब्जा कर लिया था. जिसके बाद टैंक और सैनिकों को सियोल में उतारकर तख्तापलट किया गया था. सैन्य तख्तापलट से करीब दो महीने पहले उनके गुरु पार्क चुंग-ही की खुफिया प्रमुख ने देर रात एक पार्टी के दौरान हत्या कर दी गई थी.