कांग्रेस को करारा झटका : पंजाब चुनाव से पहले अश्विनी कुमार ने दिया इस्तीफा, सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी
पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ दिनों पहले मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा. उन्होंने कहा कि वह पार्टी से बाहर रहकर देश के लिए बेहतर तरीके से कार्य कर सकते हैं.
नई दिल्ली : पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान से ऐन पहले कांग्रेस को एक और करारा झटका लगा है. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर अपना इस्तीफा भेज दिया है. अश्विनी कुमार मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में कानून मंत्री थे. वह 46 वर्षों से कांग्रेस के साथ जुड़े हुए थे. कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा कि वह पार्टी से बाहर रहकर देश के लिए बेहतर तरीके से कार्य कर सकते हैं.
पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ दिनों पहले मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा. उन्होंने कहा कि वह पार्टी से बाहर रहकर देश के लिए बेहतर तरीके से कार्य कर सकते हैं. उन्होंने अपने त्यागपत्र में कहा कि मैं 46 साल के लंबे जुड़ाव के बाद पार्टी से अलग हो रहा हूं और आशा करता हूं कि ऐसे परिवर्तनकारी नेतृत्व से प्रेरित होकर जनता के लिए अतिसक्रियता से काम करता रहूंगा, जो हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा दी गई उदारवादी लोकतंत्र की उच्च प्रतिबद्धता की परिकल्पना आधारित हो.
पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने अतीत की जिम्मेदारियों के लिए कांग्रेस अध्यक्ष का आभार प्रकट किया और उनकी अच्छी सेहत की कामना की. वरिष्ठ वकील कुमार मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में कानून मंत्री थे. वह 2002 से 2016 तक तीन बार राज्यसभा के सदस्य रहे. वह अतिरिक्त सॉलीशीटर जनरल भी रह चुके हैं.
अश्विनी कुमार ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को होने वाले मतदान से कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया है. इससे पहले, पिछली 25 जनवरी को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था. अश्विनी कुमार ने अब कांग्रेस छोड़ने वाले उन प्रमुख युवा नेताओं की फेहरिस्त में जुड़ गया है जो कभी कांग्रेस में महत्वपूर्ण भूमिका में माने जाते थे.
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इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए तो लुईजिन्हो फलेरियो, सुष्मिता देव और अशोक तंवर जैसे कुछ नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया. अश्विनी कुमार के इस्तीफे के पहले से ही कांग्रेस के पुराने नेताओं का पार्टी से मोहभंग होता दिखाई दे रहा है. इसी का परिणाम है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों का दामन थाम रहे हैं.