उत्तरकाशी : उत्तराखंड के पश्चिमी कुमाऊं में त्रिशूल पर्वत की चोरी पर हिमस्खलन की वजह से पर्वतारोही दल के पांच लोग लापता हो गए. इनमें से नौसेना के तीन अधिकारी और एक नाविक समेत चार लोगों की मौत हो गई. हालांकि, इसमें पर्वतारोही दल में शामिल दो लोगों के शवों की तलाश अब भी जारी है. इस घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शोक-संवेदना व्यक्त की है.
अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, पर्वतारोही दल में शामिल नौसेना के पांचवें जवान और एक शेरपा की तलाश की जा रही है. उन्होंने बताया कि पर्वतारोही दल के सभी 6 सदस्य बीते शुक्रवार से लापता बताए जा रहे हैं. अधिकारियों के अनुसार, इस घटना में जान गंवाने वाले नौसेना के जवानों में लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीकांत यादव, लेफ्टिनेंट कमांडर योगेश तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती और नाविक हरिओम शामिल हैं. तलाश और बचाव अभियान चलाने के लिए कई एजेंसियों की एक टीम को तैनात किया गया था.
मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय नौसेना के पर्वतारोहियों की 20 सदस्यीय टीम ने 7,120 मीटर ऊंचाई वाली त्रिशूल चोटी पर पर्वतारोहण लिए एक अभियान शुरू किया था. इस अभियान के लिए वे तीन सितंबर को मुंबई से रवाना हुए थे और इनमें से 10 पर्वतारोहियों ने शुक्रवार सुबह अंतिम पड़ाव की शुरुआत की थी. यह दल शुक्रवार सुबह हिमस्खलन की चपेट में आ गया था.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसैना के जवानों के जान गंवाने पर शोक-संवदेना व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘त्रिशूल चोटी पर पर्वतारोहण अभियान के लिए भारतीय नौसेना के दल का हिस्सा रहे नौसेना के चार कर्मियों की मौत हो जाने से बहुत दुखी हूं. इस त्रासदी में देश ने न केवल बहुमूल्य युवा जिंदगियों को बल्कि साहसी सैनिकों को भी खोया है.