फ्रांस ने कोविशील्ड की खुराक लेनेवाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को रविवार से देश में आने की दी अनुमति
France, Covishield, Europe : नयी दिल्ली : फ्रांस ने भारतीय निर्मित कोविशील्ड की खुराक लेनेवाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को देश में रविवार से आने की अनुमति दे दी है.
नयी दिल्ली : फ्रांस ने भारतीय निर्मित कोविशील्ड की खुराक लेनेवाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को देश में रविवार से आने की अनुमति दे दी है. मालूम हो कि यूरोपीय संघों के कोविड-19 प्रमाणपत्र केवल यूरोप में निर्मित एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को मान्यता देने के वैश्विक आक्रोश के बाद बाद फ्रांस ने यह कदम उठाया है.
It is indeed good news for travelers, as we see 16 European countries recognising COVISHIELD as an acceptable vaccine for entry. However, despite being vaccinated, entry guidelines might vary from country to country: Adar Poonawalla, CEO, Serum Institute of India pic.twitter.com/oOJG1i1UGt
— ANI (@ANI) July 17, 2021
इस संबंध में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि यात्रियों के लिए यह वास्तव में अच्छी खबर है. क्योंकि, हम देखते हैं कि 16 यूरोपीय देशों में प्रवेश के लिए स्वीकार्य वैक्सीन के रूप में कोविशील्ड को मान्यता दे रहे हैं. हालांकि, वैक्सीन लगाये जाने के बावजूद प्रवेश के दिशा-निर्देश अलग-अलग देशों में भिन्न हो सकते हैं.
फ्रांस के यूरोप और विदेश मामलों के मंत्रालय ने कहा है कि पूरी तरह से वैक्सीन लगाये गये यात्री अब फ्रांस से आने या जाने के लिए प्रतिबंधों के अधीन नहीं हैं. चाहे वह किसी भी देश के हो. हम फिर भी ‘लाल’ सूची में फ्रांस से देशों की यात्रा के खिलाफ दृढ़ता से सलाह देते हैं.
फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने शनिवार को बयान जारी कर कहा गया है कि कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट की रोकथाम और देश में अस्पतालों पर दबाव से बचाने के लिए सीमा पर जांच और कड़ी कर दी गयी है. मालूम हो कि फ्रांस ने अभी तक चीन और रूस के वैक्सीन को मान्यता नहीं दी है.
इसके साथ ही दुनिया के 40 देशों ने अपने देश में अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए कोविशील्ड वैक्सीन को मंजूरी दे दी. मालूम हो कि हाल ही में यूरोपीय संघ ने ‘ग्रीन पास’ कार्यक्रम शुरू किया था, जो यात्रियों को यूरोपीय संघ के 27 देशों में यात्रा करने के लिए वैक्सीन के एक अनुमोदित सेट के साथ यात्रा करने की अनुमति देता है.
मालूम हो कि भारत ने 16 जनवरी, 2021 को वैक्सीनेशन अभियान को एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के साथ शुरू किया था. कोविशील्ड को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित किया गया था. कोवैक्सीन को अंतरराष्ट्रीय मान्यता और अनुमोदन के लिए भारत जोर दे रहा है.
अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए कोविशील्ड को मान्यता देनेवाले देशों में जर्मनी, स्लोवेनिया, ऑस्ट्रिया, यूनान, आयरलैंड, एस्टोनिया, स्पेन, आइसलैंड, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, अफगानिस्तान, एंटीगुआ और बारबूडा, अर्जेंटीना, बहरीन, बांग्लादेश, बारबाडोस, भूटान, बोलीविया (बहुसंख्यक राज्य), बोत्सवाना, ब्राजील, काबो वर्दे, कनाडा, कोटे डी आइवर, डोमिनिका, मिस्र, इथियोपिया, घाना, ग्रेनेडा, हंगरी, जमैका, लेबनान, मालदीव, मोरक्को, नामीबिया, नेपाल, नाइजीरिया, संत किट्ट्स और नेविस, सेंट लूसिया, संत विंसेंट अँड थे ग्रेनडीनेस, सेशेल्स, सोलोमन इस्लैंडस, सोमालिया, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, सूरीनाम, बहामा, टोंगा, त्रिनिदाद एंड टोबैगो और यूक्रेन हैं.
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