नयी दिल्ली : भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या को कभी भी भारत लाया जा सकता है. जांच एजेंसियों के सूत्रों ने इस बात के संकेत दिये हैं कि मुंबई में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज है, इसलिए उसे मुंबई ही लाया जाएगा. माल्या का विमान बुधवार की रात को मुंबई के एयरपोर्ट पर लैंड करेगा. मीडिया की खबरों में इस बात की चर्चा है कि अगर वह रात में यहां पहुंचा, तो उसे कुछ के लिए सीबीआई के कार्यालय में रखा जाएगा. उसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा.
ब्रिटेन की अदालत ने 14 मई को माल्या के भारत प्रत्यर्पण को लेकर अपना फैसला सुनाया था. ब्रिटेन के नियम के अनुसार, भारत सरकार को माल्या को फैसला वाली तारीख से लेकर 28 दिन के अंदर लंदन से भारत ले आना है. ब्रिटेन की अदालत के फैसले के 20 दिन गुजर चुके हैं और उसके भारत प्रत्यर्पण की सारी कानूनी प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया कि आनेवाले दिनों में हम किसी भी समय माल्या को ब्रिटेन से वापस भारत ले आएंगे. हालांकि, यह प्रत्यर्पण किस दिन होगा, उन्होंने यह बताने से इनकर कर दिया. ईडी के सूत्रों के अनुसार, ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में माल्या की याचिका खारिज हो चुकी है. भारतीय जांच एजेंसी ने उसके प्रत्यर्पण के लिए सारी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं.
सूत्रों ने यह भी बताया कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के कुछ अधिकारी विमान पर माल्या के साथ होंगे. अगर माल्या दिन में भारत पहुंचेगा, तो उसे एयरपोर्ट से सीधे कोर्ट ले जाया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि कोर्ट में सीबीआई और ईडी दोनों एजेंसियां उसकी रिमांड की मांग करेंगी.
ईडी के सूत्रों ने बताया कि माल्या के प्रत्यर्पण में सबसे बड़ी बाधा 14 मई को उस समय दूर हो गयी, जब माल्या अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ केस हार गया. अब सरकार को अगले 28 दिनों के भीतर उसे वापस लेकर आना है. 14 मई के बाद से 20 दिन पहले ही गुजर चुके हैं. ऐसे में उसे अगले आठ दिनों के भीतर वापस लाना है.
बंद पड़े किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या पर देश के 17 बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपये बकाया है. वह 2 मार्च, 2016 को भारत छोड़कर ब्रिटेन भाग गया था. भारतीय एजेंसियों ने ब्रिटने की अदालत से माल्या के प्रत्यर्पण की अपील की और लंबी लड़ाई के बाद वहां की अदालत ने 14 मई को माल्या के भारत प्रत्यर्पण की अपील पर मुहर लगा दी.
Posted By : Vishwat Sen