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Pranab Mukherjee : पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

Funeral of former president of india pranab mukherjee : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का आज दोपहर 2.30 बजे अंतिम संस्कार किया गया. कल शाम उनका निधन हो गया था. देश में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. सभी सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया है. आज सुबह 9.15 मिनट से उन्हें श्रद्धांजलि दी जायेगी. दोपहर 2.30 बजे लोधी श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2020 2:39 PM
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नयी दिल्ली : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का अंतिम संस्कार आज दोपहर लोधी रोड श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ हुआ. उनके पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने अंतिम संस्कार की विधि पूर्ण की. प्रणब मुखर्जी का पार्थिव शरीर कोविड 19 के कारण गन कैरेज की बजाय वैन में श्मशान घाट लाया गया. अंतिम संस्कार की विधि अभिजीत मुखर्जी ने मास्क पहनकर पूरी की. उपस्थिति लोगों में से कइयों ने पीपीई किट पहन रखा था. इससे पहले उनके आवास 10 राजाजी मार्ग पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार को सांत्वना भी दी. आज सुबह प्रणब मुखर्जी का शव अस्पताल से उनके आवास लाया गया था.

कल शाम उनका निधन हो गया था. प्रणब दा की अंतिम यात्रा शुरू हो गयी है, उनके पार्थिव शरीर को अस्पताल से 10 राजाजी मार्ग स्थित उनके आवास ले जाया गया है. देश में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. सभी सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया है. आज सुबह 9.15 मिनट से उन्हें श्रद्धांजलि दी जायेगी. दोपहर 2.30 बजे लोधी श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

देश के सर्वाधिक सम्मानित राजनेताओं में एक पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार की शाम निधन हो गया. वह 84 वर्ष के थे.मुखर्जी को गत 10 अगस्त को सेना के ‘रिसर्च एंड रेफ्रल हास्पिटल’ में भर्ती कराया गया था.उसी दिन उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी.उनके परिवार में दो पुत्र और एक पुत्री हैं.लंबे समय तक कांग्रेस के नेता रहे मुखर्जी सात बार सांसद रहे.अस्पताल में भर्ती कराये जाने के समय वह कोविड-19 से संक्रमित पाये गए थे. साथ ही उनके फेफड़ों के संक्रमण का भी इलाज किया जा रहा था.उन्हें इसके चलते रविवार को ‘सेप्टिक शॉक’ आया था.चिकित्सकों ने कहा कि शाम साढ़े चार बजे दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया.

सोमवार को सुबह जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में उनके बारे में कहा गया था कि वह गहरे कोमा में वेंटिलेटर पर हैं.मुखर्जी के पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने उनके निधन की सबसे पहले जानकारी दी.उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भारी मन से आपको सूचित करना है कि मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी का अभी कुछ समय पहले निधन हो गया.आरआर अस्पताल के डॉक्टरों के सर्वोत्तम प्रयासों और पूरे भारत के लोगों की प्रार्थनाओं और दुआओं के लिए मैं आप सभी को हाथ जोड़कर धन्यवाद देता हूं.”

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परिवार ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर दो बजे लोधी रोड श्मशान घाट में होगा. सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है.गृह मंत्रालय ने कहा कि दिवंगत सम्मानीय नेता के सम्मान में भारत में 31 अगस्त से लेकर छह सितंबर तक राजकीय शोक रहेगा.इस दौरान देश भर में उन सभी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा जहां ध्वज लगा रहता है.

मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति थे.उनके निधन पर तमाम खास-ओ-आम ने शोक जताया.राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुखर्जी के निधन को एक युग का अंत बताया.कोविंद ने ट्विटर पर कहा, ‘‘उन्होंने सार्वजनिक जीवन में एक विराट कद हासिल किया, उन्होंने भारत माता की सेवा एक संत की तरह की.एक विलक्षण सपूत के चले जाने से समूचा राष्ट्र शोकाकुल है.उनके परिजनों, मित्रों और सभी नागरिकों के प्रति संवेदनाए.”

Posted By : Rajneesh Anand

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