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G20 Summit: शशि थरूर ने नई दिल्ली घोषणापत्र को भारत की कूटनीतिक जीत बताया, विदेश मंत्री और अमिताभ की तारीफ की

जी20 शिखर सम्मेलन में विपक्ष को शामिल नहीं किये जाने पर कांग्रेस नेता शशि थरूर का दर्द छलका. उन्होंने कहा, जी20 के किसी भी कार्यक्रम, स्वागत समारोह, रात्रिभोज आदि में विपक्ष के नेता और वास्तव में किसी भी विपक्षी सांसद को आमंत्रित करने में विफल रहना मेरी बात को रेखांकित करती है.

By ArbindKumar Mishra | September 11, 2023 6:32 AM

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने जी20 शिखर सम्मेलन में नई दिल्ली घोषणापत्र को भारत की कूटनीतिक जीत बताया. उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत की सफल आयोजन के लिए जमकर प्रशंसा की. उन्होंने कहा, यह जी20 में भारत के लिए गौरवशाली क्षण था.

थरूर बोले- बहुत खूब अमिताभ कांत

एक साक्षात्कार में रूस-यूक्रेन पर पैराग्राफ पर आम सहमति बनाने संबंधी कांत की टिप्पणियों को टैग करते हुए शशि थरूर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, बहुत खूब अमिताभ कांत. ऐसा लगता है कि जब आपने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) का चयन किया था, तो भारतीय वन सेवा ने एक उत्कृष्ट राजनयिक खो दिया. थरूर ने शनिवार रात किए पोस्ट में कहा, दिल्ली डिक्लेरेशन’ पर आम सहमति को लेकर भारत के जी20 शेरपा का कहना है कि रूस, चीन से बातचीत की गई, गत रात ही अंतिम मसौदा मिला। जी20 में भारत के लिए गर्व का क्षण.

घरेलू मामलों के समाधान में सरकार की ओर से जी20 जैसी समायोजन की भावना नहीं दिखती: थरूर

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने केंद्र पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि ‘दिल्ली घोषणापत्र’ (दिल्ली डिक्लेरेशन) पर आम सहमति बनाने के लिये जिस तरह से प्रयास किये गए, अफसोस की बात है कि घरेलू मामलों को सुलझाने में सरकार की ओर से सुलह व सहयोग की वैसी भावना नहीं दिखती. उन्होंने कहा कि यह दुख की बात है कि जी20 में जो समायोजन की भावना दिखी, वह भारतीय राजनीति में अनुपस्थित है. कांत के एक शुरुआती पोस्ट को टैग करते हुए थरूर ने रविवार को ‘एक्स’ पर कहा कि अफसोस की बात है कि सरकार घरेलू मुद्दों का समाधान करने में सुलह और सहयोग का यही रुख नहीं अपनाती है.

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विपक्ष को सम्मेलन में शामिल नहीं किये जाने से छलका थरूर का दर्द

जी20 शिखर सम्मेलन में विपक्ष को शामिल नहीं किये जाने पर कांग्रेस नेता शशि थरूर का दर्द छलका. उन्होंने कहा, जी20 के किसी भी कार्यक्रम, स्वागत समारोह, रात्रिभोज आदि में विपक्ष के नेता और वास्तव में किसी भी विपक्षी सांसद को आमंत्रित करने में विफल रहना मेरी बात को रेखांकित करती है. कोई भी अन्य लोकतंत्र इस तरह के वैश्विक मंच पर अपने ही सांसदों की इस तरह से उपेक्षा नहीं करेगा.

यूक्रेन मामले को बहुत प्रभावी ढंग से संभाला गया : थरूर

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने जी20 शिखर सम्मेलन में भारत की कूटनीति की चर्चा करते हुए कहा, सम्मेलन में यूक्रेन के मामले को बहुत ही प्रभावी ढंग से संभाला गया. दरअसल जी20 देशों के ‘नयी दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लेरेशन’ में शनिवार को कहा गया कि आज का युग युद्ध का युग नहीं है और इसी के मद्देनजर घोषणापत्र में सभी देशों से क्षेत्रीय अखंडता तथा संप्रभुता सहित अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों को बनाए रखने का आह्वान किया गया और यूक्रेन में शांति का मौहाल कायम करने की वकालत की गई. घोषणापत्र में कहा गया है, परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी देना अस्वीकार्य है.

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IMEE आर्थिक कॉरिडोर नई पहल : थरूर

कांग्रेस नेता थरूर ने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे पर कहा, भारत मध्य पूर्व यूरोपीय संघ की पहल पूरी तरह से नई है. इसमें भविष्य के लिए जबरदस्त संभावनाएं हैं, बशर्ते यह ठीक से लागू किया जाए. मैं इस पर कहूंगा, यह एक स्वागत योग्य पहल है. लेकिन हमें यह देखना होगा कि इसे हमारे देश में और अन्य देशों में जो इस पहल का हिस्सा हैं, कितनी अच्छी तरह लागू करते हैं.

किसी सरकार ने मेजबानी को ऐसे सेलिब्रेट नहीं किया : थरूर

शशि थरूर ने जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर कहा, भारत ने पहले भी कई सम्मेलनों की मेजबानी की, लेकिन किसी सरकार ने मेजबानी को ऐसे सेलिब्रेट नहीं किया. उन्होंने आगे कहा, वास्तव में इसे एक बड़ा राष्ट्रव्यापी आयोजन बना दिया. 58 शहरों में 200 बैठकें. ये सभी चीजें अभूतपूर्व थीं. जी-20 के संदेश को सभी लोगों तक ले जाने का श्रेय भारत को जाता है. लेकिन यह सत्तारूढ़ दल द्वारा जी-20 को अपने हित में साधने का एक प्रयास भी है.

दिल्ली को तीन दिन तक बंद कर दिया गया : थरूर

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए दिल्ली को बंद करने पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा शिखर सम्मेलन के लिए तीन दिनों तक राष्ट्रीय राजधानी को पूरी तरह से बंद कर दिया गया. गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने साफ कर दिया था कि शिखर सम्मेलन के दौरान पूरी दिल्ली बंद नहीं रहेगी, केवल जहां आयोजन हो रहा है, वहां के एरिया पर प्रतिबंध लगाया गया है.

जी20 शिखर सम्मेलन में भारत को मिली बड़ी सफलता, नई दिल्ली लीडर्स समिट को दी गयी मंजूरी

गौरतलब है कि भारत ने शनिवार को बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल करते हुए रूस-यूक्रेन युद्ध पर काफी मतभेदों के बावजूद जी20 शिखर सम्मेलन में सर्वसम्मति से घोषणापत्र जारी किया. अमिताभ कांत ने रविवार को कहा कि यहां ‘लीडर्स समिट’ में अपनाए गए ‘जी20 डिक्लेरेशन’ (घोषणापत्र) पर आम सहमति बनाने के लिए भारतीय राजनयिकों के एक दल ने 200 घंटे से भी अधिक समय तक लगातार बातचीत की. संयुक्त सचिव ई गंभीर और के नागराज नायडू समेत कई राजनयिकों के एक दल ने 300 द्विपक्षीय बैठकें कीं और ‘जी20 लीडर्स समिट’ के पहले दिन ही सर्वसम्मति बनाने के लिए विवादास्पद यूक्रेन संघर्ष पर अपने समकक्षों को 15 मसौदे वितरित किए. कांत ने कहा, पूरे जी20 शिखर सम्मेलन का सबसे जटिल हिस्सा भूराजनीतिक पैराग्राफ (रूस-यूक्रेन) पर आम सहमति बनाना था. यह 200 घंटे से अधिक समय तक लगातार बातचीत, 300 द्विपक्षीय बैठकों, 15 मसौदों के साथ किया गया. कांत ने कहा कि इस प्रयास में नायडू और गंभीर ने उनका काफी सहयोग किया.

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