G20 Summit: गुलाब जामुन, रसमलाई और जलेबी रात्रिभोज के लिए व्यंजन की सूची में शामिल, ये सीएम नहीं पहुंचेंगे
कांग्रेस शासित राज्यों कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों के उपस्थित होने की संभावना नहीं है. जानें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से राष्ट्राध्यक्षों और अन्य प्रतिनिधियों के लिए शनिवार को आयोजित किये जाने वाले रात्रिभोज से जुड़े विशेष व्यंजन की सूची में क्या है खास
जी20 शिखर सम्मेलन स्थल पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से राष्ट्राध्यक्षों और अन्य प्रतिनिधियों के लिए शनिवार को आयोजित किये जाने वाले रात्रिभोज से जुड़े विशेष व्यंजन की सूची तैयार की गई है. इस रात्रिभोज के लिए तैयार की गई व्यंजन सूची में ऐसे व्यंजन शामिल किये गए हैं जो भारत में मॉनसून के दौरान खाए जाते हैं. तैयारियां चल रही हैं और एक लक्जरी होटल समूह के वरिष्ठ प्रबंधक और कर्मचारी भारत मंडपम में रात्रिभोज की व्यवस्था करने में व्यस्त हैं, जहां दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा.
विशेष व्यंजन सूची तैयार
सूत्रों ने कहा कि औपचारिक रात्रिभोज इस अवसर के लिए विशेष रूप से बनाए गए चांदी के विशेष बर्तन में परोसा जाएगा. एक आतिथ्य सत्कार समूह के एक सूत्र ने बताया कि भारत में इस (मॉनसून) मौसम के दौरान खाए जाने वाले व्यंजनों को ध्यान में रखते हुए हमने एक विशेष व्यंजन सूची तैयार की है. व्यंजन सूची में मोटा अनाज आधारित व्यंजन भी शामिल होंगे. हालांकि अधिकारियों ने व्यंजन सूची में शामिल व्यंजनों की सटीक जानकारी नहीं दी, लेकिन उम्मीद है कि इसमें भारतीय पाक कला की विविधता प्रतिबिंबित होगी.
Also Read: G20 summit : कौन है वो बच्ची, जिससे एयरपोर्ट पर गले मिले जो बाइडन?शिखर सम्मेलन के पहले दिन की समाप्ति के बाद मुर्मू भारत मंडपम में भव्य रात्रिभोज की मेजबानी करेंगी. एक अन्य सूत्र ने कहा कि व्यंजन सूची की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन राष्ट्राध्यक्षों को परोसे जाने वाले भारतीय व्यंजनों का स्वाद ऐसा होगा जो उन्हें लंबे समय तक याद रहेगा. सूत्र ने कहा कि विभिन्न प्रकार की मिठाइयां जैसे गुलाब जामुन, रसमलाई और जलेबी आदि परोसे जाने की योजना है. उन्होंने बताया कि व्यंजन परोसने वाले कर्मचारी एक विशेष पोशाक पहनेंगे. हालांकि भारत सरकार की ओर से व्यंजन सूची पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
विशेष चांदी के बर्तनों का होगा उपयोग
क्या प्रतिनिधि विशेष चांदी के बर्तनों का उपयोग करेंगे? इस सवाल के जवाब में आतिथ्य सत्कार समूह के एक सूत्र ने हां में उत्तर दिया. धातु के बर्तन बनाने वाली जयपुर की एक कंपनी ने मंगलवार को कहा कि कई लक्जरी होटलों ने विशेष तौर पर चांदी के बर्तन एवं अन्य बर्तन तैयार कराये हैं, जिनका उपयोग उनके प्रतिष्ठानों में रहने वाले विदेशी प्रतिनिधियों द्वारा किया जाएगा। इनका उपयोग विशेष रात्रिभोज में भी किया जाएगा. कंपनी ने मंगलवार को चांदी के कुछ बर्तनों को मीडिया के समक्ष प्रदर्शित किया. कंपनी ने कहा था कि शिखर सम्मेलन के लिए 200 कारीगरों ने चांदी के लगभग 15,000 बर्तन तैयार किये हैं.
Also Read: G20 Summit 2023: दुनिया में भारत की धमक, जानें क्या-क्या होगा दो दिनों मेंआपको बता दें कि जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन शनिवार और रविवार को प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र – भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा.
राष्ट्रपति के रात्रिभोज में दो पूर्व प्रधानमंत्री शामिल नहीं होंगे
बताया जा रहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एच.डी. देवेगौड़ा शनिवार को वैश्विक नेताओं के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मेजबानी में आयोजित जी20 रात्रिभोज में ‘‘स्वास्थ्य कारणों’’ से शामिल नहीं होंगे. सूत्रों ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्रियों और विपक्ष शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित अन्य को भव्य रात्रिभोज में आमंत्रित किया गया है. सिंह और देवेगौड़ा दोनों ने रात्रिभोज में शामिल होने में असमर्थता के बारे में केंद्र सरकार को सूचित कर दिया है. देवेगौड़ा ने ‘एक्स’ पर कहा, मैं जी20 शिखर सम्मेलन की शानदार सफलता की कामना करता हूं.
ये मुख्यमंत्री नहीं पहुंचेंगे
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि की है. सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के भी जी20 रात्रिभोज में शामिल होने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी राष्ट्रपति के रात्रिभोज में शामिल होने के लिए नौ सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी आ रहे हैं. उनके करीबी सहयोगियों ने इसकी पुष्टि की है. ऐसी भी खबरें हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस रात्रिभोज में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस शासित राज्यों कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों के उपस्थित होने की संभावना नहीं है.