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पीएम मोदी ने जी20 सम्मेलन से इतर ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक के साथ की द्विपक्षीय वार्ता, इन मुद्दों पर हुई बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते, नवाचार और विज्ञान के साथ-साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की थी.

By ArbindKumar Mishra | September 9, 2023 3:51 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत की अध्यक्षता में राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने यूके समकक्ष ऋषि सुनक के साथ द्विपक्षीय बैठक की. दोनों नेताओं के बीच बैठक शिखर सम्मेलन स्थल प्रगति मैदान के भारत मंडपम में हुई. इस साल मई में हिरोशिमा में जी7 शिखर सम्मेलन के बाद दूसरी मुलाकात है.

मोदी-सुनक के बीच बैठक में किन मुद्दों पर हुई बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते, नवाचार और विज्ञान के साथ-साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की थी. दोनों देश मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं, जिसके लिए बातचीत 2022 में शुरू हुई थी. यूके-भारत मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए 12वें दौर की बातचीत इस साल 8 से 31 अगस्त तक हुई. इस साल अगस्त में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और यूके के व्यापार राज्य सचिव केमी बडेनोच ने एफटीए का जायजा लिया और वार्ता को आगे बढ़ाने के तरीकों पर सहमति व्यक्त की. 13वें दौर की वार्ता सितंबर में होने वाली है.

सुनक के साथ बैठक के बाद पीएम मोदी ने किया ट्वीट

ऋषि सुनक के साथ मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया. उन्होंने एक्स में सुनक के साथ अपनी तस्वीरें शेयर की और लिखा, दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन के मौके पर पीएम ऋषि सुनक से मिलकर बहुत अच्छा लगा. हमने व्यापार संबंधों को गहरा करने और निवेश को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की. भारत और यूके एक समृद्ध और टिकाऊ प्लानेट के लिए काम करते रहेंगे.

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वैश्विक कल्याण के लिए मिलकर चलने की आवश्यकता: मोदी

यूक्रेन युद्ध के कारण पैदा हुए गहरे मतभेदों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व के नेताओं से शनिवार को अपील की कि वे दुनिया भर में विश्वास में आई कमी को एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील करने और पुरानी चुनौतियों के नए समाधान खोजने की मिलकर कोशिश करें. मोदी ने यहां ‘भारत मंडपम’ में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की शुरुआत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि यदि दुनिया कोविड-19 को हरा सकती है, तो वह युद्ध के कारण आई विश्वास में कमी पर भी विजय प्राप्त कर सकती है. प्रधानमंत्री ने जी20 नेताओं के ‘एक पृथ्वी’ सत्र को संबोधित करते हुए कहा, यह वैश्विक कल्याण के लिए हम सबके साथ मिलकर चलने का समय है. इस सत्र में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, सउदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा समेत कई नेताओं ने भाग लिया.

वैश्विक कोविड महामारी के बाद दुनिया ने विश्वास में कमी की नई चुनौती का सामना किया : मोदी

मोदी ने यहां ‘भारत मंडपम’ सम्मेलन केंद्र में सभा को संबोधित करते हुए कहा, वैश्विक कोविड महामारी के बाद दुनिया ने विश्वास में कमी की नई चुनौती का सामना किया और दुर्भाग्य से, युद्धों ने इसे गहरा कर दिया. उन्होंने कहा, लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि यदि हम कोविड जैसी वैश्विक महामारी को हरा सकते हैं, तो हम विश्वास में कमी की इस चुनौती से भी पार पा सकते हैं. आज, भारत जी20 के अध्यक्ष के रूप में पूरी दुनिया से विश्वास की कमी को एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील करने की अपील करता है.

पीएम मोदी बोले- पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान चाहती हैं

मोदी ने कहा, अब समय आ गया है, जब पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान चाहती हैं और इसीलिए हमें अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के वास्ते मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना होगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में यह लोगों का जी20 बन गया है और 60 से अधिक शहरों में 200 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. उन्होंने कहा, वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल से लेकर उत्तर-दक्षिण विभाजन तक, खाद्य प्रबंधन से लेकर ईंधन और उर्वरक प्रबंधन तक, आतंकवाद से लेकर साइबर सुरक्षा तक, स्वास्थ्य से लेकर ऊर्जा और जल सुरक्षा तक, सभी चुनौतियों के समाधान के लिए हमें मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे. मोदी ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता देश के भीतर और बाहर समावेशन और एकजुटता का प्रतीक बन गई है.

जी20 देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं

जी20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं. इस समूह में भारत के अलावा फ्रांस, चीन, कनाडा, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, अमेरिका, यूके, तुर्की, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, रूस, मैक्सिको, जापान, इटली, इंडोनेशिया तथा 20वें सदस्य के तौर पर यूरोपीय संघ शामिल है.

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