गगनयान मिशन : इसरो ने ह्यूमैन रेटेड विकास इंजन L-110 का सफलतापूर्वक किया परीक्षण, जानें खासियत

इसरो की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, विकास इंजन पंप-फेड गैस जनरेटर साइकल में स्टोरेबल प्रोपलेंट्स का इस्तेमाल करता है. इंजन के गर्म परीक्षण आईपीआरसी के प्रिंसिपल टेस्ट स्टैंड में चरण-दर-चरण तरीके से किए गए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 7, 2023 3:42 PM

नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के तहत एक और बड़ी सफलता हासिल की है. खबर है कि इसरो ने गगनयान मिशन कार्यक्रम के एल-110 फेज के लिए ह्यूमैन रेटेड विकास इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा कर लिया है. इसरो की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, महेंद्रगिरि के इसरो प्रोपनल्स कॉम्प्लेक्स (आईपीआरसी) में गुरुवार छह अप्रैल को ह्यूमैन रेटेड एल110-जी विकास इंजन का आखिरी लंबी अवधि का गर्म परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. यह परीक्षण 240 सेकेंड की योग्यता के लिए निर्धारित था.

उड़ान कार्यक्रम में मील का पत्थर

इसरो की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, इस परीक्षण का सफल समापन गगनयान के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम में एक प्रमुख मील का पत्थर है. परीक्षण के लिए ह्यूमन रेटेड लॉन्च व्हीकल (एलवीएम3-जी) के एयर-लिट लिक्विड कोर स्टेज में दो एल110-जी विकास इंजन कलस्टर कॉन्फिग्रेशन (समूह विन्यास) में लगाए गए थे. इसरो ने बताया कि इस परीक्षण के साथ इंजन के सभी निर्धारित योग्यता परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए गए हैं.

ऐसे किया गया डिजाइन

इसरो ने बताया कि गगनयान के लिए एल110 चरण को डिजाइन करने और उसे अमली जामा पहनाने का काम लिक्विड प्रोपल्सन सिस्टम्स सेंटर (एलपीएससी) में किया गया. असेंबली (चीजों को इकट्ठा करने), इंटीग्रेशन (एकीकरण) और परीक्षण का काम इसरो प्रोपल्सन कॉम्पलेक्स (आईपीआरसी) में किया गया. वहीं, विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएसी) की ओर से इंजन गिंबल कंट्रोल सिस्टम विकसित किया गया था.

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कैसे करता है काम

इसरो की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, विकास इंजन पंप-फेड गैस जनरेटर साइकल में स्टोरेबल प्रोपलेंट्स का इस्तेमाल करता है. इंजन के गर्म परीक्षण आईपीआरसी के प्रिंसिपल टेस्ट स्टैंड में चरण-दर-चरण तरीके से किए गए. उसने बताया कि 1215 सेकेंड की कुल अवधि में 9 इंजनों के 14 गर्म परीक्षण किए गए, जिसमें 240 सेकंड के चार लंबी अवधि के परीक्षण शामिल थे. इसरो तीन साल की छोटी अवधि के भीतर ह्यूमन रेटेड एल110-जी विकास इंजन योग्यता को पूरा कर सका है. ये परीक्षण इसरो प्रमुख एस सोमनाथ और अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में किए गए.

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