Galwan Valley: गलवान घाटी की चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई झड़प देश के लोगों को आज भी याद है. दरअसल अब इस झड़प के बारे में जो बातें सामने आ रहीं हैं उससे चीन चिढ़ सकता है. गलवान घाटी में 2020 में हुई झड़प में चीन को उससे कहीं ज्यादा नुकसान हुआ था, जितना कि उसने दावा किया था. यही नहीं, कई चीनी सैनिक तेज धारा वाली नदी पार करते हुए अंधेरे में डूब गए थे. इस बात का दावा ऑस्ट्रेलिया के एक अखबार में बुधवार को यह दावा किया.
‘द क्लैक्सन’ की खबर में अनाम शोधकर्ताओं और चीन के ब्लॉगरों का हवाला दिया गया है. इसमें कहा गया है कि सुरक्षा कारणों से उन्होंने अपना नाम उजागर नहीं किया, लेकिन उन्होंने जो पता लगाया उससे गलवान की घटना पर पर्याप्त रौशनी पड़ती हुई प्रतीत होती है. खबर में कहा गया है, “चीन को हुए नुकसान के दावे नए नहीं हैं लेकिन सोशल मीडिया शोधकर्ताओं के एक समूह द्वारा दिए गए साक्ष्यों से, जिन पर द क्लैक्सन की खबर आधारित है, ऐसा प्रतीत होता है कि चीन को हुआ नुकसान बीजिंग द्वारा बताये गए चार सैनिकों से कहीं ज्यादा था. खबर में कहा गया कि इससे यह भी पता चलता है कि बीजिंग उस झड़प के बारे में चर्चा नहीं करने के लिए किस हद तक जा सकता है.
Also Read: चीन के बारे में संसद में क्या बोल गये राहुल गांधी ? मोदी सरकार को किया खबरदार
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में बीते साल 15 जून 2020 को दोनों देशेों की सेनाओं के बीच खूनी झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. और बड़ी संख्या में चीनी सैनिक के मारे जाने की सूचना थी. यहां चर्चा कर दें कि भारत और चीन के बीच गलवान घाटी पर हुई खूनी झड़प को लेकर रुस की समाचार एजेंसी ने भी खुलासा किया था. रुसी एजेंसी तास (TASS) के अनुसार इस हिंसक झड़प में चीन के कम से कम 45 सैनिक मारे गये थे.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar