बांग्लादेश के शेख मुजीबुर रहमान को दिया जायेगा वर्ष 2020 का गांधी शांति पुरस्कार, संस्कृति मंत्रालय ने दी जानकारी
Gandhi Peace Prize 2020 बांग्लादेश के शेख मुजीबुर रहमान (Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman) को वर्ष 2020 का गांधी शांति पुरस्कार दिया जायेगा. इस बात की जानकारी संस्कृति मंत्रालय की ओर से दी गयी है. शेख मुजीबुर रहमान बांग्लादेश के संस्थापक नेता और महान अगुआ एवं प्रथम राष्ट्रपति थे. सामान्यत: उन्हें बंगलादेश का जनक कहा जाता है. शेख मुजीबुर रहमान अवामी लीग के अध्यक्ष थे और उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सशस्त्र संग्राम की अगुवाई करते हुए बांग्लादेश को मुक्ति दिलाई थी.
Gandhi Peace Prize 2020 बांग्लादेश के शेख मुजीबुर रहमान (Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman) को वर्ष 2020 का गांधी शांति पुरस्कार दिया जायेगा. इस बात की जानकारी संस्कृति मंत्रालय की ओर से दी गयी है. शेख मुजीबुर रहमान बांग्लादेश के संस्थापक नेता और महान अगुआ एवं प्रथम राष्ट्रपति थे. सामान्यत: उन्हें बंगलादेश का जनक कहा जाता है. शेख मुजीबुर रहमान अवामी लीग के अध्यक्ष थे और उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सशस्त्र संग्राम की अगुवाई करते हुए बांग्लादेश को मुक्ति दिलाई थी.
Gandhi Peace Prize for the year 2020 is being conferred on Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman: Ministry of Culture
Gandhi Peace Prize is an annual award instituted by Government of India since 1995, the 125th Birth Anniversary commemoration year of Mahatma Gandhi.— ANI (@ANI) March 22, 2021
शेख मुजीबुर रहमान बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति बने और बाद में प्रधानमंत्री भी बने. वे शेख मुजीब के नाम से भी प्रसिद्ध थे. उन्हें बंगबन्धु की पदवी से सम्मानित किया गया. बांग्लादेश की मुक्ति के तीन वर्ष के भीतर ही 15 अगस्त, 1975 को उनकी हत्या कर दी गई. शेख मुजीबुर रहमान को बांग्लादेश में राष्ट्रपिता या मुजीब के रूप में जाना जाता है. उनकी दो बेटियों में एक शेख हसीना तख्तापलट के बाद जर्मनी से दिल्ली आईं और 1981 तक दिल्ली में रहीं तथा 1981 के बाद बांग्लादेश जाकर पिता की राजनैतिक विरासत को संभाला.
वहीं, संस्कृति मंत्रालय ने 2019 के अंतरराष्ट्रीय गांधी शांति पुरस्कारों की भी घोषणा की है. इसके तहत वर्ष 2019 के लिए ओमान के (स्वर्गीय) सुल्तान कबूस बिन सैद अल सैद को गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. गांधी शांति पुरस्कार, भारत सरकार द्वारा 1995 से महात्मा गांधी की 125वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है. यह पुरस्कार व्यक्तियों और संस्थानों को अहिंसा और अन्य गांधीवादी तरीकों के माध्यम से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन के लिए उनके योगदान के लिए दिया जाता है.
संस्कृति मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इस पुरस्कार को बांग्लादेश के पूर्व नेता को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली एक जूरी समिति द्वारा इस महीने की शुरुआत में देने के लिए चयन किया गया था. यह पुरस्कार पट्टिका के अलावा 1 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान करता है. गौर हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी समारोह में शामिल होने के लिए 26 मार्च को ढाका जाने वाले हैं.
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