Vikas Dubey Case : कानपुर (Kanpur) के बिकरू कांड (Bikeru Case) से चर्चित गैंगस्टर विकास दुबे का खेल भले ही पुलिस ने खत्म कर दिया हो पर उसका खौफ अब भी देखने को मिल रहा है. विकास दुबे को गत 9 जुलाई को उज्जैन (Ujjain) के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. महाकाल मंदिर के माली और गार्ड ने गैंगस्टर की पहचान की थी और पकड़वाया था. अब खबर आ रही है कि वह दोनों इनाम की राशि लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाकाल मंदिर के जिस माली और गार्ड ने गैंगस्टर की पहचान की पर वह अपनी इनामी राशि लेने के लिए कानपुर नहीं जाना चाहते. हालांकि कानपुर पुलिस ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही है. बता दें कि उत्तर प्रदेश के बिकरू गांव में दो जुलाई की रात आठ पुलिस वालों की हत्या कर फरार होने वाले विकास दुबे पर राज्य सरकार ने पांच लाख का इनाम रखा था. वहीं नौ जुलाई की सुबह विकास उज्जैन के महाकाल मंदिर से पकड़ लिया गया था.
Also Read: Ayodhya: बाबरी विध्वंस की 28वीं बरसी पर अयोध्या में सुरक्षा सख्त, सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर, राम जन्मभूमि के सभी रास्ते सील
उत्तरप्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे पर दो जुलाई को कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोप था. इस घटना के बाद गैंगस्टर विकास दुबे फरार चल रहा था. घटना के कुछ दिनों बाद विकास दुबे को मध्यप्रदेश के उज्जैन से पकड़ा गया था. वहां से उत्तरप्रदेश की पुलिस उसे लेकर कानपुर लौट रही थी. इसी दौरान उत्तरप्रदेश की सीमा में भागने के दौरान पुलिस से हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर विकास दुबे की मौत हो गई थी. अब, बिकरू मामले की जांच में जुटी एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.