कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ पार्टी से इस्तीफा देने के छह घंटे बाद ही गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए. जमशेदपुर के एक्सएलआरआई में प्रोफेसर रहे गौरव वल्लभ का भाजपा में जाना कांग्रेस के लिए बड़े झटके की तरह है. भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई. राजस्थान से आने वाले गौरव वल्लभ का लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा मे जाने का राजस्थान में कांग्रेस के चुनावी प्रबंधन पर असर पड़ सकता है. वे आर्थिक मामलों के जानकार प्रवक्ताओं में शुमार किए जाते हैं. साथ ही भाजपा की आर्थिक नीतियों के खिलाफ काफी मुखर रहते थे.
रांची में आयोजित एक मीडिया हाऊस के कार्यक्रम से वे तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा से बीच बहस में पूछ डाला था कि ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं. संबित इसका जवाब देने की जगह दूसरी बातें करने लगे. यह वीडियो खूब वायरल हुआ था और राजनीतिक हलके में आज भी चटखारे लेकर देखा जाता है. सुबह में कांग्रेस छोड़ने का एलान करते हुए गौरव वल्लभ ने कहा था कि वे सनातन को गाली नहीं दे सकते हैं. उसी वक्त यह कयास लगाया जाने लगा था कि वे जल्दी ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
भाजपा में शामिल होने के बाद क्या बोले
भाजपा में शामिल होने के बाद गौरव वल्लभ की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दो-तीन प्रमुख मुद्दे थे जिसका उल्लेख मैंने अपने इस्तीफा पत्र में किया… मैं सुबह-शाम संपत्ति बनाने वालों को गाली नहीं दे सकता. संपत्ति कमाना कोई अपराध की श्रेणी में नहीं आता है. यहां चर्चा कर दें कि लोकसभा चुनाव के पहले कई नेता कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं.
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गौरव वल्लभ ने सोशल मीडिया पर क्या लिखा
कांग्रेस से इस्तीफा देने की वजह बताते हुए गौरव वल्लभ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस पार्टी आज दिशाहीन हो चुकी है. इस तरह के माहौल में मैं खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा हूं. उन्होंने लिखा कि मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली देने का काम कर सकता हूं. इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहा हूं.