वित्तीय वर्ष 2021-22 में जीडीपी की वृद्धि दर नौ प्रतिशत रहने का अनुमान, इक्रा की रिपोर्ट जारी
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में आर्थिक वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत रही है. वहीं पहली तिमाही अप्रैल-जून में अर्थव्यवस्था 20.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी.
घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने एक रिपोर्ट जारी किया है जिसमें देश की जीडीपी की वृद्धि दर वित्तीय वर्ष 2021-22 और 2022-23 में नौ प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. पीटीआई न्यूज एजेंसी के अनुसार इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर चिंता के बावजूद अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर ऊंची रहने का अनुमान है.
गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में आर्थिक वृद्धि दर 8.4 प्रतिशत रही है. वहीं पहली तिमाही अप्रैल-जून में अर्थव्यवस्था 20.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी. घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने एक रिपोर्ट में कहा है कि हम अर्थव्यवस्था के संगठित और असंगठित क्षेत्रों के बीच स्पष्ट ‘के’ आकार के पुनरूद्धार के साथ चालू वित्त वर्ष में नौ प्रतिशत की वृद्धि दर के अपने अनुमान पर कायम हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले वित्त वर्ष में भी भारतीय अर्थव्यवस्था नौ प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. रिपोर्ट में उम्मीद जतायी गयी है कि मार्च, 2022 तक दोनों टीके लगा चुके वयस्कों की संख्या बढ़कर 85-90 प्रतिशत हो जाएगी.
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अदिति नायर ने कहा कि बूस्टर खुराक और 15-18 आयु वर्ग के लिए टीकों की घोषणा का स्वागत है, लेकिन अभी यह देखा जाना बाकी है कि क्या मौजूदा टीके ओमिक्रॉन के खिलाफ सुरक्षा देने में सक्षम रहेंगे या नहीं, जिससे देश में महामारी की तीसरी लहर को रोका जा सके.
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्य अपने-अपने यहां पाबंदियां लगा रहे हैं, इससे प्रसार को रोकने के लिए कई राज्यों द्वारा अंकुश लगाए जा रहे हैं जिससे आर्थिक रिवाइवल बाधित हो सकता है. बावजूद इसके एजेंसी ने जीडीपी की वृद्धि दर नौ प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है.