जम्मू कश्मीर के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म विभूषण देने का ऐलान किया गया है. इस ऐलान के साथ सियासी पारा भी गरम होता दिख रहा है. पुरस्कार को लेकर कांग्रेस में दो राय कायम हो गई है. कांग्रेस नेता राज बब्बर और शशि थरूर ने इसके लिए गुलाम नबी आजाद को बधाई दी है, तो वहीं जयराम रमेश अप्रत्यक्ष रुप से कटाक्ष करते नजर आ रहे हैं.
जयराम रमेश ने सीधी जुबान में तो कुछ नहीं कहा लेकिन, पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य के पद्म भूषण लेने से इनकार वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि… उन्होंने सही कदम उठाया है. रमेश ने ट्वीट कर कहा कि, वो आजाद रहना चाहते हैं, न कि गुलाम. जयराम रमेश के इस ट्वीट से कई लोग यह नतीजा निकाल रहे हैं कि सियासी गलियारों में कांग्रेस इस फैसले को लेकर दो भागों में बंटी है.
बता दें, गुलाम नबी आजाद की गिनती कांग्रेस के मुखर नेताओं में होती है. लंबे समय से वो पार्टी में हैं, लेकिन वो कांग्रेस के उस खेमे से भी ताल्लुक रखते है जो पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन के लिए आवाज उठा रहा है. वो कांग्रेस के ग्रुप-23 नेताओं के साथ मिलकर कांग्रेस में व्यापक सुधार की मांग की थी. खबर है कि उन्होंने इसके लिए सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा था.
इघर, पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य के भी पद्म भूषण देने का ऐलान किया गया है. लेकिन पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य ने पद्म भूषण सम्मान स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. उन्होंने एक बयान जारी करते हुए कहा कि, उन्हें पद्म भूषण सम्मान दिए जाने की कोई जानकारी नहीं है, किसी ने इस बारे में नहीं बताया. उन्होंने कहा कि यदि उन्हें पद्म भूषण दिया जा रहा है तो वो इसे लेने से इनकार करते हैं.
Posted by: Pritish Sahay