Ghulam Nabi Azad: कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजादी ने रविवार को अपनी पहली रैली में अपनी पार्टी के एजेंडे पर रोशनी डाली. इस दौरान कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी के एजेंडे में जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल कराना, राज्य के नागरिकों के भूमि और रोजगार के अधिकारों की सुरक्षा तथा कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास शामिल हैं. बता दें कि 73 वर्षीय गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक लंबे संबंध को 26 अगस्त को तोड़ दिया था.
जम्मू के पास सैनिक कॉलोनी में सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह जम्मू कश्मीर की जनता और नेताओं से परामर्श करने के बाद अपनी नयी पार्टी का नाम घोषित करेंगे. पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा कि आसन्न विधानसभा चुनाव को देखते हुए उनके राजनीतिक संगठन की पहली इकाई जम्मू-कश्मीर में बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि मैं अपनी पार्टी को एक हिंदुस्तानी नाम दूंगा जिसे हर कोई समझ सकता है.
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद जम्मू में अपनी पहली जनसभा में आजाद ने कहा कि उनकी नयी पार्टी जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किये जाने, उसके नागरिकों के लिए भूमि और नौकरियों के अधिकार सुरक्षित करने तथा कश्मीरी पंडितों की वापसी एवं पुनर्वास पर ध्यान देगी.
आजाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग मुझे और मेरे समर्थकों को जिन्होंने पार्टी छोड़ दी है, बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन, उनकी पहुंच कंप्यूटर और ट्वीट तक सीमित है. कांग्रेस हमारे खून से बनाई गई थी, कंप्यूटर से नहीं, ट्विटर से नहीं. यही कारण है कि कांग्रेस जमीन पर कहीं नहीं दिखती. उन्होंने कहा कि मैं उन सभी का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद से देश भर से अपने इस्तीफे, व्हाट्सएप संदेशों और अन्य माध्यमों के माध्यम से मेरा समर्थन किया. मैंने पिछले 53 वर्षों से हर पद पर कांग्रेस पार्टी की सेवा की है, लेकिन इतना प्यार कभी नहीं मिला जब मैं किसी पद पर नहीं हूं.
कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए आजाद ने आगे कहा कि कांग्रेस के लोग अब बसों में जेल जाते हैं. डीजीपी या आयुक्तों को बुलाते हैं.अपना नाम लिखवाते हैं और एक घंटे के भीतर वहां से निकल जाते हैं. यही कारण है कि कांग्रेस आगे नहीं बढ़ पा रही है. बता दें कि आजाद ने सोनिया गांधी को लिखे अपने त्याग पत्र में पार्टी नेतृत्व, खासकर राहुल गांधी पर पिछले लगभग नौ वर्षों में पार्टी को चलाने के तरीके को लेकर निशाना साधा था.
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