कांग्रेस से अलग होकर नयी पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद ने आज अपने एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. तारीफ करते हुए उन्होंने कई बार कांग्रेस पर निशाना साधा. प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए गुलाम नबी ने कहा कि- मैंने पीएम मोदी के साथ जो कुछ भी किया इसके लिए उन्हें श्रेय देना चाहिए. वह बहुत उदार हैं. विपक्ष के नेता के रूप में मैंने उन्हें किसी भी मुद्दे पर नहीं बख्शा, चाहे बात आर्टिकल 370 की हो या CAA या फिर हिजाब मुद्दे की. मेरे कई बिल सम्पूर्ण तरीके से फेल हो गए लेकिन, मुझे उनका श्रेय देना चाहिए कि उन्होंने एक राजनेता की तरह बर्ताव किया, उसका बदला नहीं लिया.
I must give credit to Modi. For what I did to him, he was too generous. As Leader of the Opposition I did not spare him on any issue be it Article 370 or CAA or hijab. I got some Bills totally failed but I must give him the credit that he behaved like a statesman, not taking… pic.twitter.com/0jRFdBC9cy
— ANI (@ANI) April 4, 2023
कांग्रेस के G23 समूह के नेताओं के बीजेपी करीबी होने के आरोप को भी उन्होंने बकवास बताया. उन्होंने कहा- वह मूर्ख है. अगर G23 बीजेपी का प्रवक्ता था तो उन्हें कांग्रेस ने सांसद क्यों बनाया ? उन्हें सांसद, महासचिव और पदाधिकारी क्यों बनाया है ? मैं अकेला हूं जिसने पार्टी बनाई है. बाकी लोग अभी वहीं हैं. यह दुर्भावनापूर्ण, अपरिपक्व और बचकाना आरोप है.
That is stupid. If G23 was spokesperson of the BJP, why they are made MPs by Congress? Why have they made them MPs, general secretaries and office bearers? I’m the only one who formed the party. The rest of the people are still there. It is ill-conceived, immature and childish…
— ANI (@ANI) April 4, 2023
गुलाम नबी आजाद ने अपने इंटरव्यू के दौरान आगे बताया कि- नेहरू जी, राजीव गांधी जी और इंदिरा गांधी इस झटके की बर्दाश्त कर सकते थे. उनमें सहनशक्ति थी. उन्हें जनता का समर्थन और सम्मान मिला था. वे सभी समय के साथ अपने काम से पलटवार कर सकते थे. लेकिन, वर्तमान के कांग्रेस नेतृत्व का लोगों पर कोई प्रभाव नहं रहा है.
कुछ ही समय पहले गुलाब नबी आजाद ने कांग्रेस के राहुल गांधी की संसद मेंबरशिप को रद्द किये जाने पर भी प्रतिक्रिया दी थी. अपने बयान में उन्होंने कहा था कि- कांग्रेस नेता राहुल गांधी का लोकसभा से अयोग्य होना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. मैं इसका विरोध करता हूं, चाहे वह राहुल गांधी हों या लालू प्रसाद यादव या कोई अन्य सांसद या विधायक हो. एक तरफ एक जज ने फैसला सुनाया और दूसरी तरफ सांसद या विधायक को अयोग्य घोषित कर दिया गया.