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पीएम मोदी की तारीफ करते दिखे गुलाम नबी आजाद, साधा कांग्रेस पर निशाना, CAA और आर्टिकल 370 का भी किया जिक्र

गुलाम नबी आजाद ने आज अपने एक बयान में पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. तारीफ करते हुए नबी आजाद ने कहा- मैंने उन्हें किसी भी मुद्दे पर नहीं बख्शा, लेकिन उन्होंने फिर भी किसी भी तरह का बदला नहीं लिया.

By Vyshnav Chandran | April 4, 2023 6:43 PM

कांग्रेस से अलग होकर नयी पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद ने आज अपने एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. तारीफ करते हुए उन्होंने कई बार कांग्रेस पर निशाना साधा. प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए गुलाम नबी ने कहा कि- मैंने पीएम मोदी के साथ जो कुछ भी किया इसके लिए उन्हें श्रेय देना चाहिए. वह बहुत उदार हैं. विपक्ष के नेता के रूप में मैंने उन्हें किसी भी मुद्दे पर नहीं बख्शा, चाहे बात आर्टिकल 370 की हो या CAA या फिर हिजाब मुद्दे की. मेरे कई बिल सम्पूर्ण तरीके से फेल हो गए लेकिन, मुझे उनका श्रेय देना चाहिए कि उन्होंने एक राजनेता की तरह बर्ताव किया, उसका बदला नहीं लिया.


G23 पर बोले आजाद

कांग्रेस के G23 समूह के नेताओं के बीजेपी करीबी होने के आरोप को भी उन्होंने बकवास बताया. उन्होंने कहा- वह मूर्ख है. अगर G23 बीजेपी का प्रवक्ता था तो उन्हें कांग्रेस ने सांसद क्यों बनाया ? उन्हें सांसद, महासचिव और पदाधिकारी क्यों बनाया है ? मैं अकेला हूं जिसने पार्टी बनाई है. बाकी लोग अभी वहीं हैं. यह दुर्भावनापूर्ण, अपरिपक्व और बचकाना आरोप है.


कांग्रेस नेतृत्व का जनता पर असर नहीं

गुलाम नबी आजाद ने अपने इंटरव्यू के दौरान आगे बताया कि- नेहरू जी, राजीव गांधी जी और इंदिरा गांधी इस झटके की बर्दाश्त कर सकते थे. उनमें सहनशक्ति थी. उन्हें जनता का समर्थन और सम्मान मिला था. वे सभी समय के साथ अपने काम से पलटवार कर सकते थे. लेकिन, वर्तमान के कांग्रेस नेतृत्व का लोगों पर कोई प्रभाव नहं रहा है.

रोल गांधी की सदस्यता रद्द को बताया गलत

कुछ ही समय पहले गुलाब नबी आजाद ने कांग्रेस के राहुल गांधी की संसद मेंबरशिप को रद्द किये जाने पर भी प्रतिक्रिया दी थी. अपने बयान में उन्होंने कहा था कि- कांग्रेस नेता राहुल गांधी का लोकसभा से अयोग्य होना लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. मैं इसका विरोध करता हूं, चाहे वह राहुल गांधी हों या लालू प्रसाद यादव या कोई अन्य सांसद या विधायक हो. एक तरफ एक जज ने फैसला सुनाया और दूसरी तरफ सांसद या विधायक को अयोग्य घोषित कर दिया गया.

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