G-23 के प्रमुख नेताओं से मिले आजाद, कांग्रेस छोड़ने के बाद 4 सितंबर को जम्मू में करेंगे पहली जनसभा
G-23 Ghulam Nabi Azad News: कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण, आनंद शर्मा और भूपेंद्र हुड्डा ने मंगलवार को पार्टी के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की. वहीं, आजाद 4 सितंबर को जम्मू के सैनिक कॉलोनी में एक जनसभा करने जा रहे है.
G-23 Ghulam Nabi Azad News: कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण, आनंद शर्मा और भूपेंद्र हुड्डा ने मंगलवार को पार्टी के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की. बता दें कि पार्टी को छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व पर तीखा हमला बोला था. वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद 4 सितंबर को सुबह 11 बजे जम्मू के सैनिक कॉलोनी में एक जनसभा करेंगे.
कांग्रेस छोड़ने के बाद आजाद की जम्मू में होगी पहली जनसभा
बता दें कि कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद की जम्मू में यह पहली जनसभा होगी. वहीं, जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम तराचंद ने मंगलवार को केंद्र शासित प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन करने की संभावनाओं से इनकार करते हुए कहा कि गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व वाली पार्टी यहां की सभी धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को एक मंच पर लाने, राज्य का दर्जा एवं अनुच्छेद-370 के तहत मिले अधिकारों को बहाल करने की कोशिश करेगी. उल्लेखनीय है कि ताराचंद, तीन पूर्व मंत्रियों और दो विधायकों सहित उन 64 नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. आजाद ने गत शुक्रवार को कांग्रेस से इस्तीफा देने के साथ ही जल्द राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाने की घोषणा की थी.
आजाद से मिले जी-23 के तीन प्रमुख नेता
इन सबके बीच, कांग्रेस के जी-23 समूह में शामिल रहे तीन प्रमुख नेताओं आनंद शर्मा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पृथ्वीराज चव्हाण ने मंगलवार को गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की और उनके त्यागपत्र के कारणों एवं परिस्थितियों को लेकर चर्चा की. सूत्रों के अनुसार, आजाद के आवास पर ये तीनों नेता आज दोपहर पहुंचे और उनके साथ लंबी बैठक की. बैठक के बाद इन तीनों नेताओं में से एक नेता ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया. उन्होंने कहा कि निजी रूप से कई बातें होती हैं जिनके बारे में नहीं बताया जा सकता. इतना जरूर है कि हमने यह जानने का प्रयास किया कि किन कारणों और किन हालात में आजाद साहब को इतना बड़ा कदम उठना पड़ा. आजाद के इस्तीफा देने के बाद चारों नेताओं ने एक साथ पहली बार बैठक की है.
आजाद, आनंद शर्मा और 21 अन्य नेताओं ने सोनिया को लिखा था पत्र
गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और 21 अन्य कांग्रेस नेताओं ने अगस्त, 2020 में बैठक कर सोनिया गांधी को पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने पार्टी को फिर से मजबूत करने के लिये कई मांग की थी जिनमें संगठन के चुनाव कराने और सक्रिय नेतृत्व की मांग प्रमुख थीं. उनके इस पत्र को कांग्रेस नेतृत्व को चुनौती के रूप में देखा गया. इस समूह के कई नेता जैसे आजाद, कपिल सिब्बल, जितिन प्रसाद कांग्रेस छोड़ चुके हैं तथा वीरप्पा मोइली जैसे कुछ नेताओं ने इस समूह से खुद को अलग कर लिया है. आजाद ने गत शुक्रवार को पार्टी से नाता तोड़ लिया था. सोमवार को उन्होंने अपने पुराने दल और उसके नेतृत्व पर तीखा प्रहार करते हुए कहा था कि बीमार कांग्रेस को दुआ की नहीं, दवा की जरूरत है, लेकिन उसका इलाज कम्पाउंडर कर रहे हैं.