देहरादून : उत्तराखंड के चमोली जिले में सात फरवरी को ग्लेशियर के कारण आयी प्राकृतिक आपदा के कारण ऋषिगंगा और धौली गंगा में उफान आ गया था. करीब सात दिन बाद भी राहत और बचाव कार्य जारी है. वहीं, जिलाधिकारी ने भी शनिवार को राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया. इधर, सेना ने बेली ब्रिज को हुए नुकसान के बाद जल्द ही शुरू करने का दावा किया है.
Uttarakhand: A new machine has been brought to Tapovan tunnel in Joshimath, Chamoli district to carry out further drilling.
The district was hit by a flash flood on February 7th, following glacial burst here. Rescue operations are still underway.
(Pics Source: NDRF) pic.twitter.com/mSFoOv660b
— ANI (@ANI) February 13, 2021
जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में तपोवन सुरंग के लिए नयी मशीन लायी गयी है. इस मशीन के जरिये आगे की ड्रिलिंग की जायेगी. अभी तक छोटी सुरंग के अंदर से मलबे को हटाने के लिए खुदाई की गयी. अब बड़ी सुरंग के लिए काम शुरू किया जा रहा है.
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदोरिया ने भी शनिवार को मौके पर पहुंच कर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि लापता 204 लोगों में 38 के शव बरामद कर लिये गये हैं. अभी तक दो लोगों को जीवित पाया गया है. वहीं, एनटीपीसी ने कहा है कि सुरंग के अंदर अभी तक 136 मीटर तक खुदाई की गयी है. खुदाई करनेवालों को भी रैनी गांव में रखा गया है. मालूम हो कि कल वहां एक शव पाया गया था.
As per NTPC, excavation has been till 136m inside the tunnel. Excavators are also placed at Raini village, a body was found there yesterday. Out of the 204 missing persons, 38 bodies have been recovered & 2 people were found alive: Chamoli DM Swati S Bhadoria #Uttarakhand pic.twitter.com/c5IeVZq66c
— ANI (@ANI) February 13, 2021
सीमा सड़क संगठन के कर्नल ब्रिजेंद्र एस सोनी ने शनिवार को कहा कि बेली ब्रिज पर काम तीव्र गति से हो रहा है. इसे हम जल्द ही शुरू कर सकते हैं. बाद में चमोली को जोड़ने के लिए स्थायी पुल बनायेंगे. उन्होंने कहा कि ब्रिज एक इंजीनियरिंग चुनौती है. पहले यहां मलबा था. अब पुल का निर्माण कराया जा रहा है. लेकिन, हम इस पुल को जल्द ही शुरू करेंगे
Bailey bridge is the fastest we can launch, subsequently we'll make permanent bridge for connectivity in Chamoli. Bridge is an engineering challenge. First it was debris, now its installation, but we will launch it soon: Col. Brijendra S Soni, BRO#Uttarakhand pic.twitter.com/M0UBTsucuQ
— ANI (@ANI) February 13, 2021
इधर, चेन्नई स्थित गरुड़ एयरोस्पेस ने चमोली हादसे में राहत और बचाव कार्य में मदद के लिए एनडीआरएफ को ड्रोन मुहैया कराया है. मुख्य परिचालन अधिकारी सैम कुमार ने कहा कि एनडीआरएफ ने गरुड़ को आपदा में साथ काम करने के लिए चुना है. उन्होंने कहा कि इससे पहले कोविड के दौरान स्वच्छता के लिए ड्रोन भेजे थे.
Tamil Nadu: Chennai based Garuda Aerospace deploys drones to help NDRF's relief &rescue operations at Chamoli glacier burst site. "NDRF has chosen Garuda to work with it in calamities. Earlier, we sent our drones for sanitation during COVID,"said Chief Operating Officer Sam Kumar pic.twitter.com/jTCpIrPp3O
— ANI (@ANI) February 12, 2021
मालूम हो कि उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से जिले में बाढ़ आ गयी थी. यहां एसडीआएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और अन्य टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं.
Uttarakhand: Operation underway at the tunnel in Joshimath of Chamoli district following the glacial burst and flash floods. SDRF, NDRF, ITBP and other teams are carrying out the operation.
A flash flood hit the district on 7th February after a glacial burst. pic.twitter.com/WCurK0Sff8
— ANI (@ANI) February 13, 2021