सोने के कीमत में अब गिरावट दर्ज की जा रही है. 5 मार्च के व्यापार में सोना 44300 रुपये प्रति 10 ग्राम से भी नीचे आ गया. यूएस में 10 साल के बॉन्ड यील्ड बढ़ने के बाद गिरावट और बढ़ गयी. सोने की कीमत 10 माह में सबसे निचले स्तर पर है. पिछले साल अगस्त में सोने की कीमत 56200 के पार रिकार्ड स्तर पर थी. अगर 7 महीने में सोने की कीमत का आंकलन करें तो यह 12000 रुपये प्रति 10 ग्राम डिस्काउंट हुआ.
एक्सपर्ट इस गिरावट को एक मौके की तरह देख रहे हैं. यह समय सोना में निवेश के लिए बेहतर है. अगर इसके रिटर्न हिस्ट्री देखें तो भविष्य में सोने की कीमत आगे बढ़ेगी इस वक्त निवेश करते हैं तो आप बेहतर कमाई कर सकते हैं. मौजूदा दौर की स्थिति को देखते हुए एक्सपर्ट यह भी मानते हैं कि भविष्य में सोने की कीमत बढ़ेगी.
सोने में गिरावट की वजह
यूएस में 10 के बॉन्ड यील्ड में तेजी देखी जा रही है. लगभग 1 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है. बहुत सारे निवेशक सोने को छोड़कर अब निवेशक इक्विटी या इक्विटी रिलेटेड इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश कर रहे हैं यह भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है. कोरोना संक्रमण के दौरान इक्विटी में निवेश का चलन बढ़ा है. गोल्ड की डिमांड में कमजोरी भी एक कारण है.
समझिये क्या रहा है सोने में तेजी का इतिहास
सोने में फिलहाल 12000 रुपये की गिरावट देखी जा रही है. पिछले 10 से 11 साल की रिटर्न हिस्ट्री पर नजर डालें तो सोने में जल्द तेजी आयेगी. यह तेजी मई के बाद स्टेबल होगी. जून, जुलाई और अगस्त में मौजूदा लेवल से सोने में निवेश अच्छा रिटर्न दिला सकता है.
यहां मार्च से अगस्त तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च में गिरावट के बाद अप्रैल में पिछले 11 सालों में औसतन 2.28 फीसदी की तेजी का रिकॉर्ड रहा है. मई में 0.16 फीसदी के हल्के दबाव के बाद जून, जुलाई और अगस्त में सोना शानदार रिटर्न देता आया है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.