Good Friday 2020, Wishes, Messages, Quotes, Images, Facebook & Whatsapp status in hindi: Good Friday यानी प्रभु यीशु Jesus Christ के बलिदान का दिन. आज ही के दिन प्रभु ईसा मसीह ने दुनिया के सामने खुद का बलिदान देकर निःस्वार्थ प्रेम की पराकाष्ठा का अनूठा उदाहरण पेश किया था. गुड फ्राइडे को ईसाई समुदाय के लोग शोक दिवस के रूप में मनाते हैं. इसी दिन प्रभु ईसा मसीह को तमाम शारीरक यातनाएं देने के बाद सूली पर चढ़ाया गया था. गुड फ्राइडे को होली डे, ब्लैक डे, ग्रेट फ्राइडे भी कहा जाता है. गुड फ्राइडे तक कुछ ईसाई अनुयायी 40 दिन के उपवास पर भी रहते हैं तो कुछ सिर्फ इस शुक्रवार को व्रत रखकर चर्च में प्रार्थना करते है. आइए प्रभु यीशु के वचनों को अमल करें और गुड फ्राइडे पर उनके संदेश को दोस्तों और परिवार वालों से शेयर करें…
जरा सा मुस्कुरा देना गुड फ्राइडे का दिन है
शिकवे दिल से भुला देना, गुड फ्राइडे का दिन है
नेकी से नेकी की दुआ करना खुदा से हर वक़्त
दुआ देना, दुआ लेना गुड फ्राइडे का दिन है
जो बिगड़ी गाडियाँ सुधारे – वो मैकेनिक,
जो बिगड़ी मशीने सुधारे – वो इंजीनियर,
और जो बिगड़े शरीर को सुधारे – वो डॉक्टर,
लेकिन जो बिगड़े तकदीर को सँवारे – वो परमात्मा…
प्रभु यीशु आप पर सदा कृपावन हो…?
प्रभु यीशु की आज ऐसे करें प्रार्थना
हे अद्भुत प्रभु, मैं केवल आपको ही सभी वस्तुओं के लिए धन्यवाद देता हूँ। आपने मुझे यीशु दिया और अब आप मेरे ऊपर ऐसी दृष्टि करते हैं कि मानो मैं पवित्र हूँ। मैं कितना अधिक पाप से भरा हुआ हूँ फिर भी आप मुझे प्यार करते हैं, मुझे क्षमा करते हैं, मुझे सम्भालते हैं और हर दुष्ट नज़र से बचाते हैं।
बीमारियों से घिरे संसार में ऐसे करें प्रार्थना
प्रभु यीशु, आप इस संसार में हमारी बीमारियों को दूर करने और हमारे लिए दु:खों को सहन करने के लिए आए थे। आप सभी को चंगा करने लगे और जो पीड़ा और आवश्यकता में थे उन्हें सांत्वना देते चले गए। आज हम आपके सामने बीमारी के इस समय में यह प्रार्थना करते हैं कि आप हमारे शरीर में सामर्थ्य का, आत्मा में साहस का, और पीड़ा में धैर्य का स्रोत बन जाएं।
दूसरों के प्रति कैसा हो आपका व्यवहार
आपको दूसरों के साथ प्रेम भाव रख उनके साथ समान व्यवहार करना चाहिए.आपको अपनी भावनाओं और वरीयताओं के आधार पर काम नहीं करना चाहिए.यीशु ने कहा : ” यदि तुम अपने प्रेम रखने वालों ही से प्रेम रखो, तो तुम्हारे लिये क्या फल होगा? यदि तुम केवल अपने भाइयों ही को नमस्कार करो, तो कौन सा बड़ा काम करते हो? तुम्हें सिद्ध बनना चाहिए.
यदि दूसरों के विचार आपके विचारों से मेल नहीं खाए, तो दूसरे व्यक्ति पर अपनी नज़रें नहीं गड़ानी चाहिए. इसके बजाय,आपको पहले खुद को पहचानना चहिये और सत्य का अभ्यास करना चाहिये.