कोरोना वायरस पर अच्छी खबर : मिलिए इस डॉक्टर से जिन्होंने कोरोना के तीन मरीजों को ठीक कर दिया

कोरोनावायरस की चपेट में आकर हजारों लोगों की जान जा चुकी है. लाखों लोग इससे संक्रमित है. ऐसे में दुनिया भर के डॉक्टर अपनी जान की परवाह किये बिना ही मरीजों को बचाने में जी जान से जुटे हैं, इन्हीं में से एक हैं जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में कार्यरत डॉ. प्रकाश केसरवानी

By Pritish Sahay | March 21, 2020 6:04 AM

कोरोनावायरस की चपेट में आकर हजारों लोगों की जान जा चुकी है. लाखों लोग इससे संक्रमित है. ऐसे में दुनिया भर के डॉक्टर अपनी जान की परवाह किये बिना ही मरीजों को बचाने में जी जान से जुटे हैं, इन्हीं में से एक हैं जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में कार्यरत डॉ. प्रकाश केसरवानी. जिन्होंने कोरोना से संक्रमित तीन मरीज का सफल इलाज कर उन्हें ठीक कर दिया. डॉक्टर केसवानी का नाम इस कारण भी सुर्खियों में है की इन्होंने तीन-तीन बुर्जुगों को ठीक किया है.

गौरतलब है कि कोरोना वायरस की अबतक कोई सटीक दवा ईजाद नहीं हुई है. लेकिन राहत है कि इसके बाद भी जयपुर में भर्ती तीन मरीज इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं. भारत में कोरोना के कुल 14 मरीज अबतक ठीक हो चुके हैं. यह देश के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की बडी कामयाबी है.

डॉक्टर प्रकाश केसवानी ने बताया की तीन मरीजों में से एक इटली से आया था, उसकी देखरेख करने वाला भी कोई नहीं था. ऐसे में खुद डॉक्टर प्रकाश केसवानी ने अपने हाथों से उसे खाना खिलाया और उसका इलाज भी किया.

अस्पताल में डॉक्टर केसवानी जहां मरीजों से जुझते रहे साथ ही इस बात का भी ख्याल रखा की यह बीमारी किसी तरह भी उनके घर न पहुंचे, इसका उन्होंने खास ख्याल रखा. कई सावधानियां भी बरती. लोगों को भी सावधानी बरतने की सलाह दे रहे है.

डॉ. प्रकाश केसवानी ने बताया कि जब पहला केस अस्पताल में आया तो उन्होंने इस रोग से मिलते-जुलते लोगों के लक्षणों का इतिहास खंगालना शुरू किया और तब उन्हें लगा कि इससे लड़ने की क्षमता एचआईवी ड्रग्स में भी होती है और उसे देने का फैसला किया. इसके अलावा क्लोरीन का भी इस्तेमाल किया, जिसका रिजल्ट काफी अच्छा आया और तीनों मरीज ठीक हो गए.

जहां एक ओर कोरोना से मरने वालों में सबसे ज्यादा बुर्जुग लोग है, वहीं यहां के डॉक्टरों ने तीन तीन बुर्जुग को ठीक कर नयी मिसाल कायम कर दी है. ठीक हुए बुर्जुग मरीजों में एक तो जयपुर के ही रहने वाला थे, जिनकी उम्र करीब 85 साल थी.

कोरोना को लेकर पूरी दुनिया सकते में है, हजारों लोग इसकी चपेट में आकर काल के गाल में समा चुके है. खौफ के साये में हर कोई जी रहा है. ऐसे विपरीत माहौल में कोरोना से ठीक हो जाना निश्चित ही अच्छी खबर है. जो कोरोनो की नेगेटिविटी के बीच एक अच्छा पॉजीटिविटी का अहसास कराती है.

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