छत्तीसगढ़: UP में गुंडे में खुले आम घूम रहे हैं, सारे दावे गलत हैं! भूपेश बघेल का योगी आदित्यनाथ पर निशाना
छत्तीसगढ़ के मुखमंत्री भूपेश बघेल उत्तरप्रदेश की ताजा स्थिति पर यूपी के सीएम पर जोरदार हमला बोला है, उन्होंने कहा कि, योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि यहां से गुंडे भाग गए हैं, लेकिन लोग जेल से बैठकर लोगों की हत्या की साजिश कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के मुखमंत्री भूपेश बघेल उत्तरप्रदेश की ताजा स्थिति पर यूपी के सीएम पर जोरदार हमला बोला है, उन्होंने कहा कि, योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि यहां से गुंडे भाग गए हैं, लेकिन लोग जेल से बैठकर लोगों की हत्या की साजिश कर रहे हैं. पुलिस के घेरे में गोली मारना कैसे संभव है? गुंडे उत्तर प्रदेश में खुले आम घूम रहे हैं, सारे दावे गलत हैं, उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है.
अतीक-अशरफ की हत्या के बाद गरमाई राजनीति
बताएं की प्रयागराज में शनिवार रात पुलिस अभिरक्षा में बीच माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. जिसके बाद से देश भर की राजनीति गरमा गई है. इधर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट पर योगी सरकार से सवाल किए गए हैं. मायावती ने रविवार सुबह ट्वीट कर कहा है कि गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है.
कांग्रेस का योगी सरकार और बीजेपी पर वार
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरने ने भी ट्वीट कर योगी सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा है, उन्होंने ट्वीट किया कि, ‘देश का संविधान उन लोगों ने बनाया है, जो आज़ादी के लिए लड़े थे. हमारा इसी संविधान और क़ानून को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है. इससे खिलवाड़ करने की अनुमति किसी को नहीं दी जा सकती है. अपराधी की सजा का फ़ैसले का अधिकार न्यायपालिका का है. ये अधिकार किसी सरकार को, किसी नेता को या क़ानून का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों को नहीं दिया जा सकता है.
उन्होंने कहा, गोली-तंत्र और भीड़ तंत्र की वकालत करने वाले केवल संविधान को ध्वस्त करते हैं . उन्होंने कहा, समाज में किसी को डराने व धमकाने के लिए जो भी हमारी न्याय प्रणाली में राजनैतिक उद्देश्य से दखलअंदाज़ी करता है,अपराधी के साथ वो भी दंड का भागीदार है. किसी भी मुजरिम को सख़्त से सख़्त सजा मिले,इसके लिए अदालतें हैं. क़ानून व्यवस्था से खिलवाड़ करना केवल अराजकता को जन्म देता है.