भुवनेश्वर : कोरोना वरियर्स अगर अपनी ड्यूटी के दौरान संक्रमित होते हैं और उनकी मौत हो जाती है तो उनके परिजनों और आश्रितों को ओडिशा सरकार 50 लाख रुपये की सहायता प्रदान करेगी. साथ ही सरकार ने यह घोषणा भी की है कि आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं के परिजनों को मासिक पेंशन उसकी सेवानिवृत्ति की आयु तक मिलेगा.
आंकड़ों के अनुसार ओडिशा में अबतक छह सौ कोरोना वरियर्स कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. गौरतलब है कि इससे पहले प्रदेश सरकार ने पुलिसकर्मियों, डॉक्टर, नर्स, आशा वर्कर और आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए 50 लाख सहायता की घोषणा की थी. यह सभी वैसे लोग हैं जो कोविड 19 के दौरान ड्यूटी पर हैं.
सरकार ने आशा वकर्स और आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए अलग से अधिसूचना जारी की थी जिसमें यह आदेश जारी किया गया था कि आंगनबाड़ी सेविका की मौत होने पर उसके परिजनों को 7,500 और आशा के परिजनों को 5000 मासिक पेंशन दिया जायेगा.
प्रदेश में दो दिन पहले खुर्दा जिले में एक आशा वर्कर की उस समय मौत हो गयी थी जब वह दवा का वितरण कर रही थी, वहीं एक 50 वर्षीय आशा वर्कर की उस समय मौत हुई थी जब वह जागरूकता अभियान चला रही थी. गुंजम जिले में एक आंगनबाड़ी सेविका के मारे जाने की खबर भी आयी थी, जिसके बाद सरकार ने यह पहल की है.
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ओडिशा में पिछले 24 घंटे में 124 नये मामले सामने आये हैं और प्रदेश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 16 हजार के पार चला गया है. भुवनेश्वर में अकेले एक हजार मामले हैं. यहां रात में लॉकडाउन रहता है. यह व्यवस्था 31 जुलाई तक के लिए है. यहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन की आशंका जतायी जा रही है क्योंकि केस अचानक से बहुत ज्यादा हो गये हैं.
Posted By : Rajneesh Anand