हिंदी को बढ़ावा: भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र को दिए 8 लाख डॉलर का चेक, जानिए क्या है सरकार की मंशा
हिंदी को बढ़ावा: भारत की कोशिश है कि हिन्दी भाषी लोगों तक संयुक्त राष्ट्र की पहुंच हो, इसके लिए भारत सरकार प्रयासरत है. साल 2018 में भारत ने इस परियोजना की शुरुआत की थी. ताकि विश्व भर के हिंदी भाषी लोगों तक संयुक्त राष्ट्र की पहुंच हो सके.
हिंदी को बढ़ावा: हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने के लिए भारत ने संयुक्त राष्ट्र को 8 लाख अमेरिकी डॉलर का योगदान दिया है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के डिप्टी परमानेंट रिप्रेजेंटेटिव आर रविंद्र ने यह चेक सौंपा. समाचार एजेंसी एएनआई में छपी खबर के मुताबिक, भारत यूएन की हिन्दी के क्षेत्र में आम लोगों की पहुंच बढ़ाने के लिए यह रकम दी है.
हिन्दी भाषी लोगों तक संयुक्त राष्ट्र की हो पहुंच
दरअसल, भारत की कोशिश है कि हिन्दी भाषी लोगों तक संयुक्त राष्ट्र की पहुंच हो, इसके लिए भारत सरकार प्रयासरत है. साल 2018 में भारत ने इस परियोजना की शुरुआत की थी. ताकि विश्व भर के हिंदी भाषी लोगों तक संयुक्त राष्ट्र की पहुंच हो सके.
भारत सरकार ने किय था Hindi @ UN लॉन्च
एएनआई की खबर के मुताबिक, केंद्र सरकार संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी के इस्तेमाल को लेकर काफी गंभीर है. भारत सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी के इस्तेमाल को बढ़ावा मिले. इसी कड़ी में भारत सरकार ने साल 2018 में यूनएन डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक इंफॉर्मेशन की सहायता से Hindi @ UN भी लॉन्च किया था. जिसका मकसद हिन्दी को बढ़ावा देना है.
भाषी लोगों को वैश्विक मुद्दों की मिले जानकारी
Hindi @ UN के जरिए भारत सरकार का मकसद है कि संयुक्त राष्ट्र का हिंदी भाषा में जनसंपर्क बढे. ताकी दुनियाभर में रह रहे करोड़ों हिंदी भाषी लोगों तक यूएन के जरिए वैश्विक मुद्दों की जानकारी पहुंच सके. इसी को लेकर भारत 2018 से ही संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संचार विभाग के साथ साझेदारी कर रही है. इसके लिए भारत सरकार वैश्विक संचार विभाग अतिरिक्त बजट भी मुहैया करा रही है.
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Posted by: Pritish Sahay