Loading election data...

केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह का बड़ा खुलासा, हमने भी चीन के सैनिकों को पकड़ था

केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने कहा है कि सिर्फ ने चीन हमारे जवानों को नहीं पकड़ा था, हमनें भी कई चीनी सैनिकों पकड़ा था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2020 1:06 PM

केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने भारत चीन हिंसक झड़प के बारे में एक बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि सिर्फ चीन ने हमारे जवानों को नहीं पकड़ा था, हमने भी कई चीनी सैनिकों पकड़ा था. लेकिन हमनें भी उनके सैनिक को छोड़ दिया. ये बातें उन्होंने न्यूज 24 दो दिए गए इंटरव्यू में कहा.

उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया कि अगर चीन ने हमारे सैनिकों को मारा था तो हमनें भी उनके दोगुणे सैनिकों को मार गिराया था. लेकिन चीन ये बातें नहीं बताएगा. वहां हर चीज को छिपाया जाता है. वहां चीन के दोगुणे सैनिक मारे गए हैं.

गौरतलब है कि गलवान घाटी में भारत और चीन के हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए जबकि चीन के भी 43 जवान शहीद हो गए. हालांकि चीन ने इस बात की अधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की है. इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है.

इसके अलावा पूर्व आर्मी चीफ ने एक और बड़ा खुलासा किया है, उन्होंने कहा है कि गलवान घाटी का जो क्षेत्र भारत के पास था वो अब भी भारत के ही पास है. लेकिन झगड़े की असलियत जड़ पेट्रोल पॉइंट 14 है जो अभी भारत के ही नियंत्रण में है. बता दें कि ये दोनों देशों के बीच पिछले पांच दशक के बाद सबसे बड़ा सैन्य टकराव था. उन्होंने आगे कहा कि वो अपनी तरफ थे और हम अपनी तरफ. दोनों सेनाओं के बीच कौन उधर गया और कौन हमारे तरफ आया ये सब साझा करने की जरूरत नहीं है. क्यों कि हर किसी को ये जानने की जरूरत नहीं है.

बार बार बदलता चीन बदलता रहा है सुर 

आपको बता दें कि चीन बार अपना सूर्य बदलता रहा है, उन्होंने सबसे पहले कहा था कि भारत ने ही सबसे पहले इसकी शुरुआत की और उन्होंने सबसे पहले नियंत्रण रेखा को क्रॉस किया जिसके बाद ही हमने उन पर जवाबी हमला बोला, जबकि दूसरे बयान में उन्होंने कहा कि भारत हमारी भारत वर्तमान स्थिति को गलत न समझे या अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता को सुरक्षित रखने की इच्छाशक्ति को कम न आंके. उन्होंने यहां तक आरोप लगा दिया था कि भारत ने जान बुझ कर चीन के अधिकारियों को भड़काया जिसके बाद ही भयानक संघर्ष ने जन्म लिया.

Next Article

Exit mobile version